थोक के भाव में बिके Salman Khan और Shahrukh Khan के ऑटोग्राफ, कीमत जान रह जाएंगे हैरान
हाल ही में सोशल मीडिया पर कंटेंट क्रिएटर सार्थक सचदेवा का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वह बॉलीवुड के कई बड़े सेलेब्रिटीज के ऑटोग्राफ बेचते नजर आए. जिसमें खासतौर से शाहरुख खान और सलमान खान का ऑटोग्राफ शामिल था.

मुंबई से एक दिलचस्प खबर सामने आई है. कंटेंट क्रिएटर सार्थक सचदेवा, जो अपने अजीबोगरीब प्रयोगों और वीडियो के लिए सोशल मीडिया पर मशहूर हैं, एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने एक नया खेल खेला. उन्होंने मशहूर बॉलीवुड सितारों जैसे शाहरुख खान, सलमान खान और ऋतिक रोशन के नकली ऑटोग्राफ लोगों को बेच दिए. सार्थक ने अपनी इंस्टाग्राम वीडियो में बताया कि उन्होंने एक पेशेवर कलाकार से इन बड़े-बड़े सितारों के सिग्नेचर बिल्कुल हूबहू कॉपी करवा लिए. फिर इन्हें उन्होंने "असली ऑटोग्राफ" बताकर सड़कों पर बेचना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा, 'आज देखना है कि मैं सिर्फ ऑटोग्राफ बेचकर कितने पैसे कमा सकता हूं.'
शुरुआत में लोगों को शक हुआ और वे खरीदने में हिचकिचाए. लेकिन धीरे-धीरे भीड़ जुटने लगी और लोग इन 'ऑटोग्राफ' को खरीदने के लिए एक्साइटेड हो गए. सबसे पहला नकली ऑटोग्राफ उन्होंने 100 रुपये में बेचा. इसके बाद तो हालात ऐसे हो गए कि युवाओं से लेकर बच्चों और यहां तक कि आंटियों तक को लगने लगा कि ये ऑटोग्राफ असली हैं. सार्थक ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा, 'इंडिया में बॉलीवुड का असली क्रेज यहीं दिखता है. लोग मुझसे ऑटोग्राफ थोक में खरीदने लगे. ये तो पूरा का पूरा बिज़नेस आइडिया बन गया.' उन्होंने दिनभर में सारे नकली ऑटोग्राफ बेच दिए और सिर्फ एक दिन में 3200 रुपये कमा लिए.
नकली पनीर हुआ था वायरल
यह पहली बार नहीं है जब सार्थक ने इस तरह की ट्रिक अपनाई है. इससे पहले उन्होंने शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान के रेस्तरां तोरी पर गंभीर आरोप लगाया था. उन्होंने दावा किया था कि वहां परोसने वाला पनीर असली नहीं बल्कि नकली है. अपने एक वीडियो में उन्होंने उस पनीर का आयोडीन टिंचर टेस्ट किया. यह टेस्ट स्टार्च की पहचान के लिए किया जाता है. जैसे ही आयोडीन उस पनीर पर डाली गई, उसका रंग नीला-काला हो गया. सार्थक ने हैरानी जताते हुए कहा, 'शाहरुख खान के रेस्तरां में तो नकली पनीर निकला. यह देख कर तो मेरे होश ही उड़ गए.'
आए दिन चर्चा में रहते हैं सार्थक
हालांकि, रेस्तरां की तरफ से बाद में सफाई दी गई. उन्होंने कहा कि वह डिश असल में सोया-बेस्ड कंटेंट से बनी थी, और सोया स्वाभाविक रूप से आयोडीन के साथ ऐसा रिएक्ट करता है. यानी पनीर नकली नहीं था, बल्कि उसमें इस्तेमाल किए गए सोया की वजह से यह रंग बदला. इस तरह, सार्थक सचदेवा लगातार अपने प्रयोगों और नए-नए सोशल एक्सपेरिमेंट्स के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं. चाहे वह नकली ऑटोग्राफ बेचकर पैसे कमाना हो या किसी रेस्तरां की क्वालिटी पर सवाल उठाना उनकी हर हरकत सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन जाती है.