कभी मंदिर से चुराते थे सिक्के, इस इंडस्ट्री पर करते हैं राज, एक्टर से बने पॉलिटिशियन
एक ऐसा एक्टर जिसने बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया, लेकिन उन्हें असली सफलता भोजपुरी इंडस्ट्री से मिली. इस एक्टर के माता-पिता उनकी एक्टिंग के खिलाफ थे, लेकिन फिर भी उन्होंने अपने सपनों को पूरा किया.

बॉलीवुड का एक ऐसा एक्टर जो हनुमान मंदिर से सिक्के चुराते थे. एक्टर के पिता उनकी जमकर पिटाई करते थे. उनकी हरकतों के चलते वह बेहद नाराज हो गए थे. ऐसे में एक्टर की मां ने पिता के गुस्से से बचाने के लिए उन्हें 500 रुपये दिए और उन्हें मुंबई भाग जाने के लिए कहा था.
इतना ही नहीं, उनके पिता दूध डेयरी के ओनर थे, एक्टर वहां से भी पैसे चुराते थे. एक्टर को शुरुआती दिनों में मिथुन चक्रवर्ती का डुप्लीकेट कहा जाता था. चलिए जानते हैं कौन हैं ये एक्टर.
बॉलीवुड में नहीं मिली असली पहचान
रवि किशन ने 1992 में गिरफ्त फिल्म से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा है. इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों छोटे-मोटे रोल किए. इनमें सलमान खान की तेरे नाम से लेकर जख्मी दिल, आग और चिंगारी, उधार की जिंदगी, आतंक, आर्मी, कोई किसी से कम नहीं, अग्नि मोर्चा और कुदरत शामिल हैं. हालांकि, इन फिल्मों में काम करने के बाद भी एक्टर को उनकी असली पहचान नहीं मिली.
कैसे बने भोजपुरी के सुपरस्टार?
फिल्मों के अलावा रवि किशन टीवी की दुनिया में भी काम कर रहे थे. हालांकि, एक्टर को काम की कमी नहीं थी, लेकिन असली शोहरत और पैसा कमाना बाकी था. रवि किशन ने भोजपुरी इंडस्ट्री में अपनी किस्मत आजमाई और फिर बने गए सुपरस्टार. सैयां हमार फिल्म ने उन्हें इंडस्ट्री का उभरता स्टार बना दिया था. हालांकि, फिल्म मेकर मोहनजी प्रसाद ने उन्हें पहली बार में रिजेक्ट कर दिया था.
मोहनजी को लगा था कि रवि किशन एक मराठी एक्टर हैं, लेकिन बाद में जब उन्हें पता चला कि वह जौनपुर से हैं, तो फिल्म मेकर ने उन्हें कास्ट कर लिया. रवि किशन की पहली भोजपुरी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर मोटी रकम कमाई थी. यह फिल्म यूपी के 66 थिएटर्स में लगी थी. इसके बाद एक्टर का स्टारडम शुरू हुआ.
ओटीटी के स्टार
सिर्फ फिल्मों में ही नहीं बल्कि रवि किशन कई वेब सीरीज में नजर आ चुके हैं. वह हर बार अपनी एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत लेते हैं. एक्टर को हीरो के साथ-साथ विलेन के रोल में भी काफी पसंद किया गया है. इसके अलावा, रवि किशन ने एक्टिंग की दुनिया में नाम कमाने के बाद राजनीति में अपना हाथ आजमाया. आज वह गोरखपुर से सांसद है.