'Rashmika Mandanna को सबक सिखाने की जरूरत', आखिर क्यों एक्ट्रेस पर भड़के कांग्रेस MLA? भाजपा ने दिया जवाब
14 फरवरी 2025 को रिलीज हुई रश्मिका मंदाना की फिल्म छावा काफी चर्चा में बनी हुई है. इस ऐतिहासिक फिल्म में विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज की भूमिका निभाई, और फिल्म ने जबरदस्त सफलता हासिल की.

14 फरवरी 2025 को रिलीज हुई रश्मिका मंदाना की फिल्म छावा काफी चर्चा में बनी हुई है. इस ऐतिहासिक फिल्म में विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज की भूमिका निभाई, और फिल्म ने जबरदस्त सफलता हासिल की. हालांकि, फिल्म की सफलता के बीच, कर्नाटक के एक कांग्रेस विधायक की रश्मिका मंदाना को लेकर की गई टिप्पणी विवाद कारण बन गई है. विधायक ने एक्ट्रेस को "सबक सिखाने" की बात कही, जिसके बाद भाजपा ने इस बयान पर कड़ा हमला किया है, जिससे यह मामला और अधिक गरमाता जा रहा है.
कांग्रेस विधायक रविकुमार गौड़ा गनीगा ने कहा कि, 'कर्नाटक में कन्नड़ फिल्म किरिक पार्टी से अपने करियर की शुरुआत करने वाली रश्मिका मंदाना ने पिछले साल जब हमने उन्हें आमंत्रित किया तो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में आने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, 'मेरा घर हैदराबाद में है, मुझे नहीं पता कि कर्नाटक कहाँ है, और मेरे पास समय नहीं है. मैं नहीं आ सकती' हमारे एक विधायक मित्र ने उन्हें आमंत्रित करने के लिए 10-12 बार उनके घर का दौरा किया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया और यहाँ तक कि कन्नड़ भाषा को भी अनदेखा कर दिया, जबकि वे यहाँ की इंडस्ट्री में पली-बढ़ी हैं. क्या हमें उन्हें सबक नहीं सिखाना चाहिए?'
कर्नाटक कांग्रेस विधायक रविकुमार गौड़ा गनिगा ने एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना पर कन्नड़ भाषा के अपमान का आरोप लगाया है. एएनआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि रश्मिका, जिन्होंने कर्नाटक में कन्नड़ फिल्म किरिक पार्टी से अपने करियर की शुरुआत की थी, ने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में आमंत्रण मिलने के बावजूद शामिल होने से इनकार कर दिया था.
गनिगा का मानना है कि रश्मिका ने कर्नाटक फिल्म इंडस्ट्री से अपना सफर शुरू करने के बावजूद इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया, जिससे उन्होंने न केवल कन्नड़ फिल्म उद्योग बल्कि कन्नड़ भाषा का भी अनादर किया. उन्होंने दावा किया कि एक्ट्रेस को कई बार आमंत्रित किया गया, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि उनके पास समय नहीं है.
इस विवाद के बढ़ने के बाद, गनिगा ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा, "एक कन्नडिगा होने के नाते, मैं अपने बयान पर कायम हूं. मुझे अपनी मातृभूमि, अपनी भाषा और अपने लोगों के साथ खड़े होने पर गर्व है. हमें रश्मिका मंदाना पर गर्व है क्योंकि वह एक कन्नड़ हैं, लेकिन हमने जब उन्हें बुलाया, तो उन्होंने कहा कि उनके पास कन्नड़ लोगों के लिए समय नहीं है। क्या यही तरीका है कन्नड़ समुदाय के साथ व्यवहार करने का?
उन्होंने आगे कहा, "हमने उन्हें याद दिलाया कि कर्नाटक उनके करियर का आधार है और उन्हें अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए, भले ही अब वह बॉलीवुड में काम कर रही हैं. मुझे कर्नाटक पर गर्व है, और मुझे किसी से सबक लेने की जरूरत नहीं है. जब मैंने कहा कि हमें उन्हें 'सबक सिखाना' चाहिए, तो मेरा मतलब किसी हिंसा से नहीं था, बल्कि सिर्फ जागरूकता बढ़ाने से था. मैं किसी तरह के उपद्रव का आह्वान नहीं कर रहा हूं.'