क्या है फेशियल रिकग्निशन टेस्ट? इसके जरिए कैसे की जाएगी सैफ पर हमले के आरोपी की पहचान
मुंबई पुलिस ने सैफ पर हुए हमले में आरोपी का ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया जा चुका है. अब संदिग्थ का फेस रिकग्निशन टेस्ट किया जाएगा. इसके जरिए पहचान करने में आसानी होगी. वहीं, दूसरी ओर पुलिस ने बताया कि शरीफुल जांच में सहयोग नहीं कर रहा है.

सैफ पर हुए हमले के बाद एक्टर को 5 दिन बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया. इस मामले में एक संदिग्ध बांग्लादेश के रहने वाले शख्स को ठाणे से गिरफ्तार किया. जबकि वह कथित तौर पर बांग्लादेश भागने की कोशिश कर रहा था. इस मामले में कोर्ट को बताया गया कि ऑफिसर फेस रिकग्निशन टेस्ट के लिए तैयार हैं.
ऑफिसर ने बताया कि चेहरे की पहचान सैफ की बिल्डिंग में सीसीटीवी फुटेज में कैद चेहरे से मेल खानी चाहिए. फोरेंसिक एग्जामिनर टेस्ट के दौरान चेहरे के पूरे आकार और स्ट्रक्चर पर ध्यान देंगे. चलिए जानते हैं कैसे होता है फेशियल रिकग्निशन टेस्ट.
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होगा फेशियल रिकग्निशन टेस्ट
ईटाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, 16 जनवरी को सैफ अली खान पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार शरीफुल फकीर का कलिना स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) में डिजिटल फेशियल रिकग्निशन टेस्ट (FRT) किया जाएगा. इस टेस्ट के जरिए यह पता लगाया जाएगा कि क्या शरीफुल सीसीटीवी फुटेज में भागते हुए देखे गए व्यक्ति से मेल खाता है. इस टेस्ट में फोटो और वीडियो के जरिए चेहरे के स्ट्रक्चर से पहचान की जाती है. फेशियल रिकग्निशन बायोमेट्रिक सेफ्टी की एक कैटेगरी है.
आरोपी से बरामद की गईं ये चीजें
सैफ पर हुए हमले के मामले में आरोपी के ब्लड सैंपल, दाग लगे कपड़े और घटना वाली जगह से दूसरे सबूत FSL को सौंपे जा चुके हैं. इंविस्टेगेशन ऑफिसर ने आरोपी के ड्राइविंग लाइसेंस, बांग्लादेशी आईडी कार्ड और बांग्लादेश में उसके परिवार को पैसे ट्रांसफर करने के रिकॉर्ड भी बरामद किए हैं.
आरोपी नहीं कर रहा सहयोग
शुक्रवार को अधिकारियों ने बांद्रा कोर्ट को बताया कि शरीफुल जांच के दौरान सही तरीके से सहयोग नहीं कर रहा है. अदालत ने उनकी हिरासत का समय पांच दिन के लिए बढ़ा दिया है, जिससे पुलिस को एफ.आर.टी. के लिए ज्यादा समय मिल गया.
पिता ने मांगी मदद
इस मामले में शरीफुल के पिता ने कहा था कि सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा शख्स का चेहरा उनके बेटे से मेल नहीं खाता है. वहीं, अब उन्होंने बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय से मदद मांगी है.