लेजिम डांस के बाद Chhaava के इस सीन पर हुईं आपत्ति, डायरेक्टर पर 100 करोड़ रुपये का मानहानि केस
20 फरवरी को, शिर्के परिवार ने औपचारिक रूप से लक्ष्मण उतेकर को एक नोटिस भेजा, जिसमें फिल्म में उनके पूर्वजों के किरदार के संबंध में स्पष्टीकरण का अनुरोध किया गया. उन्होंने उनसे जरुरी सुधार करने का भी कहा है.

विक्की कौशल (Vicky Kaushal) की 'छावा' (Chhaava) छत्रपति संभाजी महाराज की विरासत का जश्न मनाते हुए देश भर के दर्शकों के दिलों में जगह बना ली है. यह बॉक्स ऑफिस पर बेहद अच्छा बिजनेस कर रही है. हालांकि लेजिम डांस के बाद छावा एक नए विवाद में फंस गई है. मराठा योद्धाओं गनोजी और कान्होजी शिर्के के वंशजों ने यह दावा करते हुए आपत्ति जताई है कि उनके पूर्वजों को फिल्म में गलत तरह से पेश किया गया है और उन्होंने उन्होंने 100 करोड़ रुपये के मानहानि के मुकदमे की धमकी दी.
उसी के जवाब में, निर्देशक लक्ष्मण उतेकर ने सार्वजनिक माफी जारी की. 'छावा' में, कहानी का एक महत्वपूर्ण क्षण छत्रपति संभाजी महाराज के भरोसेमंद सहयोगियों, गनोजी और कान्होजी के किरदार को पेश करता है, जो मुगल सम्राट औरंगजेब के साथ सेना में शामिल होकर उन्हें धोखा देते हैं. इससे मराठा शासक की मौत हो गई.
13वें वंशज ने की आपत्ति
हालांकि, यह किरदार योद्धाओं के वंशजों को पसंद नहीं आया, उनका मानना है कि यह उनकी विरासत को गलत तरीके से धूमिल करता है. फिल्म की रिलीज के बाद, गनोजी और कान्होजी शिर्के के 13वें वंशज, लक्ष्मीकांत राजे शिर्के ने फिल्म निर्माताओं की कड़ी आलोचना की, जिसे उन्होंने "ऐतिहासिक तथ्यों की गलत व्याख्या" कहा.
लक्ष्मण उतेकर को भेजा नोटिस
20 फरवरी को, शिर्के परिवार ने औपचारिक रूप से लक्ष्मण उतेकर को एक नोटिस भेजा, जिसमें फिल्म में उनके पूर्वजों के किरदार के संबंध में स्पष्टीकरण का अनुरोध किया गया. उन्होंने उनसे जरुरी सुधार करने का भी कहा है. अब, रिपोर्टों के अनुसार, लक्ष्मण उतेकर व्यक्तिगत रूप से वंशजों में से एक, भूषण शिर्के के पास पहुंचे, और परिवार को अनजाने में हुई किसी भी चोट के लिए माफी मांगी.
डायरेक्टर ने मांगी माफी
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिल्म में गनोजी और कान्होजी के अंतिम नामों या गांव के नामों का स्पष्ट रूप से जिक्र नहीं किया गया है. निर्देशक ने कथित तौर पर शिर्के से कहा, ' हमने छावा में केवल गनोजी और कान्होजी के नामों जिक्र किया है हमने यह फिल्म में यह नहीं बताया कि वह किस गांव से थे. हमारा इरादा शिर्के परिवार की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था. अगर 'छावा' ने कोई असुविधा पैदा की है तो मैं ईमानदारी से माफी मांगता हूं.' इस बीच, शिर्के परिवार ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि उनकी चिंताओं का समाधान नहीं किया गया और उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन के साथ मामले को आगे बढ़ाएंगे.