आखिर क्यों करीना कपूर ने अपनी पहली फिल्म Refugee के पहले शॉट के लिए किया 24 घंटे इंतजार?
करीना कपूर को भला कौन नहीं जानता है. वह करीब 24 साल से इंडस्ट्री में काम कर रही हैं. करीना को पहली बार स्क्रीन पर अभिषेक बच्चन के साथ देखा गया था. करीना की पहली फिल्म रिफ्यूजी में उनके काम को बेहद पसंद किया गया था. उन्होंने इस फिल्म से घर-घर में अपनी पहचान बना ली थी.

करीना कपूर ने बॉलीवुड में फिल्म रिफ्यूजी से डेब्यू किया था. इस फिल्म में करीना और अभिषेक बच्चन लीड रोल में थे. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान करीना ने अपनी पहली फिल्म रिफ्यूजी से जुड़ा किस्सा शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि इस फिल्म के पहले शॉट के लिए 24 घंटे इंतजार किया था. यह फिल्म जेपी दत्ता ने डायरेक्ट की थी. इस समय करीना की उम्र सिर्फ 19 साल थी. चलिए जानते हैं इस दिलचस्प किस्से के बारे में.
24 घंटे तक किया इंतजार
ब्रूट इंडिया के साथ इंटरव्यू में करीना ने बताया कि वह अपनी पहली फिल्म रिफ्यूजी के अपने पहले शॉट के लिए बेहद घबराई हुई थीं."मैंने शॉट के लिए पूरा दिन इंतज़ार किया . पूरा दिन इंतजार करने के बाद भी शॉट नहीं हुआ. इसके बाद मैंने पूरी रात भी इंतज़ार किया, लेकिन फिर भी कोई शॉट नहीं हुआ. मैं सोचती थी, 'यह क्या हो रहा है? क्या शॉट हो भी रहा है? अपनी पहली फिल्म में आप ये सब सोचते हैं, 'क्या होने वाला है?' मैं बस शॉट के लिए इंतज़ार कर रही हूं और सुबह पौने चार बजे असिस्टेंट डायरेक्टर मेरे पास आता है और कहता है, 'शॉट तैयार है'. और उन्होंने कहा, 'यह आपका इंट्रोडक्शन शॉट है'.
जेपी दत्ता नहीं करते तारीफ
उन्होंने बस शॉट शुरू किया और यह रिफ्यूजी का मेरा पहला शॉट था, जब वह अपना घूंघट उठाती है और पूछती है, 'पानी मिलेगा?' उन्होंने कहा, 'कैमरा, रोलिंग, एक्शन,' और मैंने यह कर दिया और उसके बाद 'कट' की आवाज आई. जेपी सर ने कुछ नहीं कहा. उन्होंने कहा 'हां जी' और उन्होंने बस कैमरा लिया और चलना शुरू कर दिया.
करीना ने यह भी बताया कि जेपी दत्ता उन डायरेक्ट्स में से नहीं थे, जो एक अच्छे शॉट के बाद एक्टर की तारीफ करते थे. "जेपी सर की आदत थी कि वह नहीं बताते थे कि शॉट कैसा है. वे बस शॉट लेते थे और इससे पहले कि आप कुछ समझ पाते, वह कैमरा लेकर दूसरी तरफ चले जाते थे. इसका मतलब है कि शॉट ठीक है.
दूसरा टेक नहीं लिया गया
करीना ने यह भी बताया कि उन्होंने फिर जेपी दत्ता से पूछा कि क्या शॉट ठीक था, तो इस पर उन्होंने पॉजिटिव जवाब दिया. "मैंने कहा, 'लेकिन हमने केवल एक ही बार शॉट दिया ...' क्योंकि तब उन्हें शॉट्स प्रिंट करने होते थे, यह डिजिटल नहीं था. तो मैंने सोचा, 'हमने केवल एक ही शॉट किया, अगर कुछ गलत हो गया, तो क्या होगा? मेरा पूरा करियर दांव पर लगा है. उन्होंने कहा कि हां, यह ठीक है, यह वन टेक ही है.