वक्फ बोर्ड में रिश्तेदारों की भर्ती! AAP नेता अमानतुल्लाह खान अरेस्ट
वक्फ बोर्ड में अवैध भर्ती करने और संपत्तियों को खरीदने बेचने के मामले में विधायक की गिरफ्तारी हुई है. हालांकि आम आदमी पार्टी ने उन्हें क्रांतिकारी बताया है.

आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान को आखिरकार ईडी ने सोमवार को अरेस्ट कर ही लिया. इससे पहले ईडी ने अमानतुल्लाह खान से छह घंटे तक पूछताछ की. उनकी यह गिरफ्तारी वक्फ बोर्ड में सरकारी नियमों की अनदेखी कर अपने रिश्तेदारों की भर्ती करने के आरोप में हुई है. इसके साथ ही उनके ऊपर मनी लॉन्डरिंग का भी आरोप है. ईडी के अपने घर पहुंचने की सूचना खुद आप विधायक ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दी थी. इसमें आशंका जताई थी कि उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है.
उधर अपने विधायक की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. पार्टी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. कहा कि बीजेपी आम आदमी पार्टी को जितना दबाने की कोशिश करेगी, यह पार्टी उतनी ही मजबूत होगी. तानाशाह के जुल्म के सामने आम आदमी पार्टी के क्रांतिकारी नहीं झुकेंगे. बता दें कि अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष रहते हुए साल 2022 में 32 लोगों को बोर्ड में भर्ती किया था. इस भर्ती पर आरोप लगे तो एसीबी ने मामले की जांच की. इसमें पता चला कि 32 में से 5 लोग तो उनके रिश्तेदार हैं, वहीं 22 अन्य ओखला के रहने वाले हैं.
2022 से मामले की जांच कर रही ईडी
जांच के दौरान यह भी साफ हो गया कि इनकी नियुक्तियों में सरकारी नियमों की अनदेखी की गई. यही नहीं, विधायक पर आरोप ये भी था कि उन्होंने बोर्ड की कई संपत्तियों को अवैध रूप से किराए पर उठा दिया और इससे होने वाली आमदनी से खुद लाभांवित होते रहे. इसके बाद एसीबी के एफआईआर के आधार पर सीबीआई ने अलग से केस दर्ज किया और 21 अगस्त 2022 को इसमें चार्जशीट पेश कर दी. इस मामले में ईडी भी PMLA के तहत केस दर्ज करने के बाद सितंबर 2022 से जांच कर रही है. ईडी के मुताबिक विधायक ने गलत तरीके से संपत्तियों का अर्जन किया और जमीनें भी बेची. एसीबी की रेड के दौरान मिली एक डायरी में यह घोटाला आठ करोड़ रुपए होने का जिक्र है.