Begin typing your search...

कौन हैं भारत के सबसे कम उम्र के अरबपति Kaivalya Vohra और Aadit Palicha?

Youngest Billionaires In India 2025: Zepto के को-फाइंडर कैवल्य वोहरा (22) और आदित्य पलिचा (23) भारत के सबसे युवा अरबपति बन गए हैं. इनकी सफलता ने भारतीय स्टार्टअप में एक नया मुकाम हासिल किया है. अब इसकी कीमत करीब 523,920 करोड़ है.

कौन हैं भारत के सबसे कम उम्र के अरबपति Kaivalya Vohra और Aadit Palicha?
X
( Image Source:  @saurabhyadavz )

Youngest Billionaires In India 2025: भारत की युवा पीढ़ी हर दिन एक नया इतिहास रच रही है. हर क्षेत्र में युवाओं का बोलबाला है. अब 30 साल तक के लड़के-लड़कियां अपना खुद का बिजनेस करके महीने के लाखों कमा रहे हैं. इस बीच M3M हुरुन इंडिया ने साल 2025 की टॉप-10 रिच लिस्ट जारी कर दी है. इस बार सबसे कम उम्र के युवाओं के स्टार्टअप ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zepto ने बाजी मारी है.

M3M हुरुन इंडिया 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में अब 350 से अधिक अरबपति हैं, जो पिछले 13 सालों में छह गुना ज्यादा है. पिछले दो सालों में हर सप्ताह एक नया अरबपति जुड़ा है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में बदलाव और विकास की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है.

सबसे आगे कौन?

इस लिस्ट में सबसे कम उम्र के युवाओं अरबपति में Zepto के को-फाइंडर कैवल्य वोहरा (22) और आदित्य पलिचा (23) का है. उनकी प्रॉपर्टी 4,480 करोड़ रुपये और 5,380 करोड़ रुपये है. बता दें कि Zepto की शुरुआत साल 2021 में हुई थी और ये तेजी से मेट्रो सिटी में अपने बिजनेस का विस्तार कर रहा है. अब इसकी कीमत करीब 523,920 करोड़ है.

कौन हैं कैवल्य वोहरा

कैवल्य वोहरा Zepto के को-फाइंडर और CTO हैं. उन्होंने 18 साल की उम्र में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस कोर्स को छोड़कर बिजनेस की दिशा में कदम बढ़ाया. उन्होंने आदित्य पलिचा के साथ मिलकर 2021 में Zepto की स्थापना की, जो एक Quick-commerce. कंपनी है. Zepto का उद्देश्य 10 मिनट के अंदर किराने का सामान डिलीवर करना है. Zepto ने भारतीय बाजार में अपनी पहचान बनाई है.

जानें आदित्य पलिचा के बारे में

आदित्य पलिचा Zepto के को-फाइंडर और CEO हैं. उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई छोड़कर इस स्टार्टअप की शुरुआत की. दोनों ने मिलकर पहले KiranaKart नाम से प्लेटफॉर्म की शुरुआत की, जिसका बाद में Zepto नाम रख दिया गया. दोनों की मेहनत और लगन ने Zepto को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. उनकी सफलता भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है. Zepto के ग्राहक लगातार बढ़ते जा रहे हैं. यह अब Blinkit को टक्कर दे रहा है. दोनों की कंपनियां 10 मिनट में सामान डिलीवरी का वादा करती हैं.

काम की खबर
अगला लेख