90 लाख कैश, 13 किलो चांदी; IAS संजीव हंस केस में ED को बड़ी कामयाबी
आईएएस संजीव हंस और आरजेडी नेता गुलाब यादव पर आपस में मिलीभगत कर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप हैं. मामले की जांच ईडी कर रही है.

बिहार में आरजेडी के नेता गुलाब यादव और आईएएस संजीव हंस केस में ईडी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. छापेमारी के दौरान ईडी की टीम ने इनके ठिकाने से 90 लाख रुपये नगद और 13 किलो चांदी की ईंटे बरामद की है. यह बरामदगी इनके कोलकाता और मुंबई स्थित ठिकानों से हुई है. ईडी सूत्रों के मुताबिक इसके अलावा कई संवेदनशील दस्तावेज भी सीज किए गए हैं. इन दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है. 1997 बैच के आईएएस संजीव हंस बिहार सरकार के ऊर्जा निगम में प्रधान सचिव रह चुके हैं.
ईडी सूत्रों के मुताबिक झंझारपुर से विधायक रह चुके आरजेडी नेता गुलाब यादव और ऊर्जा निगम में प्रधान सचिव रहे आईएएस संजीव हंस ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कई ऐसे कार्यों को अंजाम दिया, जिनकी जांच विभिन्न एजेंसियां कर रही हैं. इसी दौरान इन दोनों ने आय से अधिक संपत्ति बनाई. इस संबंध में विभिन्न एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर ईडी ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी. इसी क्रम में ईडी ने दो महीने जुलाई माह में संजीव हंस के ठिकानों पर छापेमारी की थी. उस समय लाखों रुपये कीमत की एक दर्जन से अधिक महंगी घड़ियों के अलावा करीब एक किलो सोने के आभूषण बरामद किए थे.
जुलाई में भी हुई थी छापेमारी
इस दौरान ईडी को कुछ ऐसे दस्तावेज भी हाथ लगे थे, जिनसे पता चला था कि संजीव हंस ने करोड़ों रुपये निवेश भी किए हैं. इसी छापेमारी और खुलासे के बाद बिहार सरकार ने उन्हें पद से हटा दिया था. इनके ठिकाने से मिले दस्तावेजों की जांच करते हुए ईडी ने अब इनके कथित सहयोगियों के ठिकानों पर दबिश दी है. बता दें कि पिछले दिनों एक महिला ने आईएएस संजीव हंस के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया था. हालांकि इसके विरोध में संजीव हंस हाईकोर्ट पहुंचे थे और तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए हाईकोर्ट ने महिला द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर खारिज कर दी थी.