चाचा की आती थी याद तो भतीजे ने कंकाल से बना दिया गिटार, फिर हुए हैरान कर देने वाले खुलासे
फ्लोरिडा के एक सिंगर, प्रिंस मिडनाइट ने अपने चाचा की हड्डी को बदल दिया. उसने अपने चाचा की हड्डी को बदल कर गिटार बना दिया. प्रिंस ने इस गिटार को बनाकर अपने चाचा को श्रद्धांजलि दी है. इस परियोजना के माध्यम से प्रिंस मिडनाइट ने यह साबित कर दिया कि मृत्यु को एक अंत के रूप में नहीं, बल्कि जीवन का एक हिस्सा माना जा सकता है.;
हमारे समाज में मृतकों को सम्मान देने के लिए कई तरह की चीजें और रीति-रिवाज हैं, लेकिन एक यूट्यूबर ने अपने चाचा की मृत्यु के बाद उन्हें याद करने का जो तरीका अपनाया, वह एक दम अनोखा और चौंकाने वाला है. इस व्यक्ति ने अपने मृतक चाचा की हड्डियों का इस्तेमाल करके एक गिटार बनाया. इस गिटार को 'स्केलेकास्टर' नाम दिया गया, और यह सिर्फ एक मामूली गिटार नहीं था, बल्कि यह एक प्रकार की श्रद्धांजलि थी, जो उनके चाचा के प्रति प्यार और आदर को दर्शाती है.
यह कहानी है, 'प्रिंस मिडनाइट' नाम के एक यूट्यूबर की, जो एक सिंगर भी हैं. उन्होंने अपने चाचा की हड्डियों का उपयोग करके गिटार डिजाइन किया, जो उन्हें रॉक म्यूजिक के बारे में बताते थे. इस गिटार को बनाने की वजह सिर्फ यही नहीं एक और भी है कि उनके परिवार के लिए चाचा की हड्डियों को कब्रिस्तान में रखने की लागत बहुत बढ़ गई थी. इस गिटार में उन्होंने चाचा की रीढ़ की हड्डी और पसलियों का इस्तेमाल किया और साथ ही इसे और अच्छे से तैयार करने के लिए तार, वॉल्यूम नॉब, गिटार नेक, जैक, पिकअप और इलेक्ट्रिक बोर्ड भी जोड़े.
चाचा की मृत्यु और उनके शरीर का दान
प्रिंस मिडनाइट के अनुसार, उनके चाचा फिलिप की मृत्यु 1996 में ग्रीस में एक मोटरसाइकिल एक्सीडेंट में हुई थी. चाचा की मृत्यु के बाद, उनके शरीर को एक मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया गया था, जहां 20 साल तक छात्रों ने मानव शरीर के बारे में जाना. कॉलेज द्वारा कंकाल लौटाए जाने के बाद, प्रिंस के परिवार को इसे कब्रिस्तान में रखने के लिए किराया देना पड़ा, क्योंकि ग्रीस में मृतकों के शवों के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया था.
गिटार के रूप में चाचा की याद
प्रिंस ने इस गिटार को बनाकर अपने चाचा को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मेरे चाचा का एक हिस्सा अभी भी वहां है." उनका मानना है कि अगर उनके चाचा जीवित होते, तो वे भी यही चाहते. उनके अनुसार, यह गिटार उनके चाचा के जीवन और उनके प्रभाव का सम्मान करता है. इसे 'स्केलेकास्टर' नाम दिया गया और यह अब बहुत अमुल्य हो गया है, जो संगीत और प्यार के मिलाजुला रूप को दर्शाता है.
इस परियोजना के माध्यम से प्रिंस मिडनाइट ने यह साबित कर दिया कि मृत्यु को एक अंत के रूप में नहीं, बल्कि जीवन का एक हिस्सा माना जा सकता है. यह गिटार सिर्फ एक गिटार नहीं है, बल्कि यह एक अनमोल और गहरी भावना का प्रतीक है. प्रिंस का मानना है कि उनके चाचा का जीवन अब भी जारी है, और उनकी आत्मा इस गिटार के माध्यम से संगीत के रूप में जीवित रहती है.