अमेरिका में नवंबर में होता है मतदान, लेकिन जनवरी में क्यों होता है नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण?

US Election 2024: जबकि कई देश तेजी से नए नेताओं को सामने लाते हैं, अमेरिका में चुनाव के 11 सप्ताह के बाद नई सरकार का गठन होता है. यानी कि नवंबर में होने वाले चुनाव के लिए जनवरी में नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होता है.;

US Election 2024(Image Source:  ANI, Canva )
Edited By :  सचिन सिंह
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US Election 2024: संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी अन्य देश से अलग चुनावी प्रणाली और कैलेंडर है. यहां का चुनाव आयोग नवंबर में मतदान करता है लेकिन नए राष्ट्रपति का पद जनवरी में ग्रहण किया जाता है. जबकि कई देश तेजी से नए नेताओं का स्वागत करते हैं, वहीं अमेरिका में 11 सप्ताह के बाद नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होता है. हालांकि, यह संविधान के मूल रूप से एक मौजूदा राष्ट्रपति से उसके उत्तराधिकारी को सत्ता हस्तांतरण के लिए दिए गए चार महीनों से कम है.

अमेरिका में संघीय चुनाव नवंबर के पहले मंगलवार को होते हैं. शुरू में राज्यों में अलग-अलग चुनाव दिवस होते थे, लेकिन 1845 में एक कानून ने पूरे देश में एक समान चुनाव कराने का फैसला लिया. उस समय अमेरिका मुख्य रूप से कृषि प्रधान देश था और नवंबर की शुरुआत किसानों के लिए फायदेमंद साबित हुई. फसल पूरी हो जाती फिर भी यात्रा के लिए मौसम अच्छा रहता है. मतदान के लिए कुछ दिन बाहर रखे गए.

ऐतिहासिक कारण

रविवार को सार्वभौमिक रूप से ईसाई धर्मावलंबियों के लिए पूजा के दिन के रूप में मान्यता प्राप्त थी जबकि बुधवार को किसानों के लिए अपनी उपज बेचने का दिन था. इसके अलावा, मतदान केंद्रों तक पहुंचने के लिए अक्सर यात्रा करनी पड़ती थी. यहां तक कि आधुनिक परिवहन के बिना ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों के लिए एक दिन तक की यात्रा करनी पड़ती थी. रविवार और बुधवार के उपलब्ध न होने के कारण सोमवार और गुरुवार को भी चुनाव दिवस के रूप में समाप्त कर दिया गया. इस प्रकार मंगलवार सबसे उपयुक्त विकल्प यानी वोटिंग के लिए चुना गया.

चार महीने से तीन महीने से कम

महामंदी के दौरान सामने आई चुनौतियों ने नेताओं को नव निर्वाचित राष्ट्रपतियों के लिए शपथ ग्रहण प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए प्रेरित किया, जिससे चार महीने की लंबे समय को तीन महीने से कम किया गया. 1933 में 20 वें संशोधन ने आधिकारिक तौर पर शपथ ग्रहण की तारीख को 20 जनवरी कर दिया, जबकि राष्ट्रपति चुनाव नवंबर की शुरुआत में होते रहे.

तार्किक कारण

चुनाव के बाद निर्वाचित राष्ट्रपति और उनकी टीम को शासन की तैयारी के लिए समय की आवश्यकता होती है. इसमें मंत्रिमंडल का गठन, नीतियां विकसित करना और राष्ट्रीय मुद्दों को संबोधित करना शामिल है. चुनाव और उद्घाटन के बीच का समय आने वाले प्रशासन को अपने एजेंडे के लिए आधार तैयार करने का अवसर देता है. एक्सीडेंट ट्रांजिशन पीरियड ​​का श्रेय इलेक्टोरल कॉलेज प्रणाली को भी दिया जा सकता है, जो लोकप्रिय वोट के हफ्तों बाद राष्ट्रपति का निर्धारण करता है. इसके विपरीत संसदीय प्रणाली में जीतने वाली पार्टी सीधे सत्ता संभालती है. हालांकि, इस देरी का मतलब है कि राष्ट्रपति तुरंत पद ग्रहण नहीं कर सकते हैं.

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