'आप लोगों ने सिर्फ अंत देखा है...', आखिर ट्रंप से क्यों भिड़ गए थे जेलेंस्की? विदेश मंत्री ने किया बड़ा दावा
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कैमरों के सामने जो कुछ हुआ, वह कहानी का केवल एक हिस्सा था. लाइव टेलीकास्ट से पहले जेलेंस्की का व्यवहार तनाव का वास्तविक कारण था. रुबियो ने कहा कि ज़ेलेंस्की के आचरण ने बैठक के उद्देश्य को नुकसान पहुंचाया. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वे वास्तव में रूस के साथ युद्ध समाप्त करना चाहते हैं.;
Volodymyr Zelensky Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के बीच 28 फरवरी को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में गरमागरम बहस हुई. इस पर अब अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि ज़ेलेंस्की को अपने व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए.
रूबियो ने संकेत दिया कि जो तनाव सार्वजनिक रूप से देखा गया, वह बैठक के ऑफ-कैमरा घटनाक्रमों के कारण था. उन्होंने ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का बचाव करते हुए कहा कि आप लोगों ने सिर्फ अंत देखा. आपने उन चीजों को नहीं देखा है, जिसके कारण यह घटना हुई. रुबियो ने कहा कि बैठक से पहले जेलेंस्की के दृष्टिकोण ने कूटनीतिक चर्चा को गैर जरूरी टकराव में बदल दिया.
ट्रंप के नाराज होने से बातचीत गरमाई
यह बैठक मूल रूप से अमेरिका और यूक्रेन के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने और रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति समझौते को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई थी. हालांकि, जब ज़ेलेंस्की ने जेडी वेंस से यूक्रेन-रूस संघर्ष में कूटनीति की कमी पर सवाल उठाया, तो ट्रंप नाराज हो गए और बातचीत गरमा गई.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि ट्रंप की प्रस्तावित शांति वार्ता में शामिल होने के लिए जेलेंस्की की अनिच्छा ने बैठक को कमजोर कर दिया. क्या जेलेंस्की वास्तव में रूस के साथ युद्ध समाप्त करना चाहते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि मीटिंग से पहले जेलेंस्की की हरकतें अमेरिकी नेतृत्व को घेरने और कूटनीति के प्रति उनके दृष्टिकोण को खारिज करने का प्रयास थी.
यूरोपीय नेताओं ने किया जेलेंस्की का समर्थन
इस घटना के बाद, यूरोपीय नेताओं ने ज़ेलेंस्की का समर्थन किया है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने उन्हें डाउनिंग स्ट्रीट में आमंत्रित किया और यूरोपीय नेताओं के रक्षा शिखर सम्मेलन से पहले यूक्रेन के लिए समर्थन दोहराया.यह बैठक व्हाइट हाउस में हुए विवाद के ठीक बाद हो रही है.
अमेरिका-यूक्रेन संबंधों का कैसा होगा भविष्य?
इस घटना के बाद अमेरिका की ओर से यूक्रेन को दी जा रही सैन्य सहायता पर भी सवाल उठने लगे हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप प्रशासन यूक्रेन को दी जा रही सैन्य मदद को समाप्त करने पर विचार कर रहा है. हालांकि, ज़ेलेंस्की ने इस तनाव के बावजूद आशा जताई कि दोनों देशों के बीच संबंध सुधर सकते हैं. उन्होंने कहा कि यूक्रेन और अमेरिका के बीच ऐतिहासिक रूप से मजबूत संबंध रहे हैं. उन्हें भविष्य में भी बनाए रखा जाना चाहिए.