राष्ट्रपति ट्रम्प का चला 'हंटर', तो घुटने के बल आया कोलंबिया, अपने शरणार्थियों को लाने के लिए भेजेगा प्लेन

America visa ban on Colombia: डोनाल्ड ट्रम्प ने निर्वासन उड़ानों से इनकार करने के बाद कोलंबिया पर टैरिफ और प्रतिबंध लगाए हैं. ट्रम्प जब से राष्ट्रपति बने हैं, तभी से अवैध प्रवासियों को लेकर एक्शन में हैं. अमेरिका ने कहा है कि एक सप्ताह के अंदर टैरिफ को 50% कर दिया जाएगा.;

America visa ban on Colombia
Edited By :  सचिन सिंह
Updated On : 27 Jan 2025 8:37 AM IST

America visa ban on Colombia: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आने के बाद अमेरिका और कोलंबिया के बीच आप्रवासियों के निर्वासन को लेकर टकराव की स्थिति देखने को मिल रही थी, इस बीच ट्रम्प सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए कोलंबिया पर 25% का टैरिफ लगाते हुए वीजा बैन कर दिया है. कोलंबिया भी इसके बाद घुटने पर आ गया. अमेरिका से शरणार्थियों को लाने के लिए कोलंबिया अपना प्लेन भेजेगा.

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने रविवार को कोलंबिया स्थित अपने दूतावास में वीजा जारी करने पर रोक लगा दी है. यह कदम बोगोटा के सैन्य निर्वासन उड़ानों से इनकार करने के बाद उठाए गए उठाया गया है. रुबियो ने कहा कि प्रतिबंध तब तक जारी रहेंगे, जब तक कोलंबिया अपने नागरिकों की वापसी को स्वीकार नहीं करता है.

ट्रम्प ने क्यों उठाया ये कदम?

अमेरिका, कोलंबिया पर लगे टैरिफ को एक सप्ताह के बाद 50% तक बढ़ा सकता है. अमेरिका ने ये एक्शन तब लिया, जब प्रवासियों को लेकर कोलंबिया जा रहे दो अमेरिकी सैन्य विमानों को कोलंबिया सरकार ने अपने देश में एंट्री नहीं दी थी.

बता दें कि दोनों देश काफी लंबे समय से नशीली दवाओं के खिलाफ अभियान में एक साथ काम कर रहे हैं. डोनाल्ड ट्रम्प सत्ता में आते हैं अवैध आप्रवासन को लेकर एक्शन में हैं. ट्रम्प ने कहा कि ये कदम इसलिए ज़रूरी थे क्योंकि कोलंबिया के फैसले से अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में पड़ गई थी.

कोलंबिया ने क्या कहा?

कोलंबिया ने कहा, 'उनकी सरकार अमेरिका से निर्वासित प्रवासियों को ले जाने वाली उड़ानों को तब तक स्वीकार नहीं करेगी जब तक कि ट्रम्प प्रशासन एक प्रोटोकॉल नहीं बनाता है.' कोलंबिया की तरफ से आगे कहा गया कि एक प्रवासी अपराधी नहीं है और उसके साथ उस सम्मान के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए जिसका एक इंसान हकदार है.

कोलंबिया पारंपरिक रूप से लैटिन अमेरिका में अमेरिका का शीर्ष सहयोगी रहा है, लेकिन जब से एक पूर्व गुरिल्ला राष्ट्रपति पेट्रो 2022 में कोलंबिया का पहला वामपंथी राष्ट्रपति बने और अमेरिका से दूरी बनाने की मांग की, तब से उनके रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं.

Similar News