खतरे में 30 साल पुरानी बशर अल-असद की सत्ता! दमिश्क के पास पहुंचे सीरियाई विद्रोही; 10 प्वाइंट्स में UPDATE

इस समय सीरिया में सिविल वॉर जारी है. एक के बाद एक शहरों पर कब्जे की कई जानकारी सामने आ रही है. ऐसे में राष्ट्रपति असद की सरकार के पास से पूरा कंट्रोल खोता जा रहा है. स्थिति खराब होने के बजाए और भी खराब होती दिखाई दे रही है.;

Edited By :  सार्थक अरोड़ा
Updated On : 7 Dec 2024 8:36 PM IST

सीरिया में सत्ता पर राज करने के लिए हिंसा भड़क रही है. दरअसल इस्लाम के ग्रुप हयात तहरीर अल- शाम यानी (HTS) ने पिछले हफ्ते में राष्ट्रपति बशर अल-असद और उनकी सेना के खिलाफ अटैक किया था. सीरिया में इसके बाद से ही स्थिति काफी तनावपूर्ण देखने को मिली. वहीं स्थानिय राष्ट्रपति का अपने देश पर से धीरे ही सही लेकिन कंट्रोल कम होते दिखाई दे रहा है.

कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके परिजन रूस की ओर भाग रहे हैं. हालांकि इस समय ये भी नहीं मालूम हो रहा कि आखिर राष्ट्रपति हैं कहां. उधर रूस ने राष्ट्रपति असद के बचाव के लिए हमाी नहीं भर रहा. ऐसा इसलिए क्योंकी पुतिन सैनिकों के ऐसी स्थिति को छोड़कर भागने से खफा हैं. अब ऐसे में उनका 30 साल का शासन खतरे में हैं.

1. मदद की लगा रहे गुहार

कई रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं जिनमें दावा किया जा रहा है राष्ट्रपति असद कई देश जैसे संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, जॉर्डन और इराक समेत देशों से हथियार और खुफिया मदद मांगी है. हालिया दिनों में इस संघर्ष ने दुनिया का ध्यान खींचा है क्योंकि सलाफी विचारधारा के गुट HTS ने असद के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है और उसे कई क्षेत्रों में सफलता भी मिली है. वहीं अब ऐसे में सीरिया की राजाधानी दमिश्क तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है.

2. जॉर्डन ने पीछे खींचा हाथ

इस संघर्ष के बीच जॉर्डन के गृह मंत्री माजेन फराया ने दक्षिणी सीरिया में बिगड़ते हुए हालात को देखते हुए बॉर्डर बंद करने का एलान किया है. इस क्रॉसिंग को सीरियाई में शुरु हुए 2011 में युद्ध की शुरुआत के बाद से ही क्रॉसिंग को कई बार बंद किया गया था. साल 2015 से लेकर 18 तक बंद किया गया था. लेकिन 18 में इसे फिर से खोला गया था.

3. भारत ने क्या कहा?

इस हिंसा पर भारत ने अपने नागरिकों को वहां पर यात्रा न करने की सलहा दी है. साथ ही सीरिया में रह रहे नागरिकों को सावधानी बरतने को कहा गया है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में हिंसा प्रभावित देश में रह रहे भारतियों से कहा कि यदि जरूरी हो तो वे जल्द से जल्द उपल्बध कराए जा रही हवाई उड़ानों से वहां से चले जाएं.

4. भाग निकला राष्ट्रपति का परिवार

वहीं सीरियाई और अरब अधिकारियों की ओर से जानकारी सामने आई कि इस हिंसा के बीच राष्ट्रपति असद के परिवार के लोग रूस की ओर भाग गए हैं. इनमें उनकी पत्नी और बच्चे साथ में दो साले शामिल हैं. रिपोर्ट्स के अनुासार सीरियाई राष्ट्रपति की ब्रिटिश मूल की पत्नी पिछले हफ्ते अपने तीन बच्चों के साथ रूस भाग गई हैं.

5. कोई मदद के लिए नहीं तैयार ?

इस दौरान ऐसी भी जानकारी सामने आ रही है कि राष्ट्रपति को बचाने की कोई योजना नहीं है. रूस के पास भी असद को बचाने का कोई प्लान नहीं है ऐसे में सीरियाई राष्ट्रपति की सेना अपनी चौकियों को छोड़ना जारी रखेगी.

6. राजधानी के करीब विद्रोही

वहीं सीरियाई की राजधानी दमिश्क की तरह विरोधी काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. जानकारी के अनुसार उन्होंने दमिश्क के रास्ते में पड़ने वाले शहर दर्रा पर अपना कंट्रोल जमा लिया है.

7. इजराइल की भी बढ़ सकती मुश्किलें

वहीं इस बीज इजराइल को भी चिंता है. ऐसा इसलिए क्योंकी इजराइल के बॉर्डर सीरिया से मिलते हैं. ऐसे में इजराइल को इस बात का डर है कि अगर इजराइल से सटे देश में आरजकता फैलती है तो संभव है कि उसके लिए भी मुश्किल खड़ी होंगी. क्योंकी इजराइल नहीं चाहेगा कि बॉर्डर के पास की स्थिति उसके कंट्रोल में न हो.

8. टारगेट दमिश्क है

इस बीच तुर्री के राष्ट्रपति एदोर्ग की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा की साफतौर पर टारगेट दमिश्क है. लेकिन इस बात की उम्मीद करते हैं कि जैसा वह चाहते हैं वैसा नहीं हो रहा है, और ये दुर्भाग्य की बात है कि यह क्षेत्र मुश्किल में है.

9. पिछले पांच दशक से कर रहे हैं राज

आपको बता दें कि सिरीयाई में बशर अल असद की सरकार पिछले पांच दशक से सत्ता में है. लेकिन ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि सरकार के हाथ से कंट्रोल खोता जा रहा है. अगर विद्रोहियों ने सीरिया के मेन शहर होम्स पर कब्जा किया तो दमिश्क में सत्ता की सीट भूमध्यसागरीय तट से कट जाएगी.

10. अब तक लाखों लोगों की जा चुकी जान

इस गृहयुद्ध में अब तक 4 लाख से भी अधिक लोग अपनी जान गवा चुके हैं. वहीं 60 लाख से अधिक विस्थापित हो चुके हैं. नवंबर में फिर से शुरू हुए विवाद के बाद से कई बड़े इलाकों पर विद्रोही कब्जा जमा रहे हैं. ऐसे में अब तक 70 से अधिक ऐसी जगहें हैं जहां कब्जा किया जा चुका है. इनमें अलेप्पो और हामा जैसे शहर शामिल हैं. लेकिन इसके बाद अब नजक होम्स और दमिश्क पर है.

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