इस्लामाबाद तक फैला दंगे का धुआं, इंटरनेट बंद; पुलिस और तहरीक-ए-लब्बैक के बीच खूनी झड़प- अब तक 11 की मौत

पाकिस्तान के लाहौर में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें लगातार जारी हैं. प्रदर्शनकारी राजधानी इस्लामाबाद की ओर मार्च कर रहे थे, जिसे रोकने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाईं. अब तक 11 TLP कार्यकर्ताओं की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक घायल हैं. प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं और मुख्य सड़कों को सील किया गया है. प्रदर्शन गाजा में इजरायल की कार्रवाई के विरोध में शुरू हुआ था, लेकिन अब हिंसा में तब्दील हो गया है.;

( Image Source:  Sora_ AI )
By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 11 Oct 2025 3:51 PM IST

पाकिस्तान के लाहौर में शनिवार को इस्लामिक संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. स्थिति इतनी बिगड़ गई कि सुरक्षा बलों को राजधानी इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए गोलियां चलानी पड़ीं. इस दौरान TLP ने आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस 'इजरायली गुंडों' की तरह बर्ताव कर रही है और उसने प्रदर्शनकारियों पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिससे उनके 11 सदस्यों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए.

TLP के एक वरिष्ठ नेता ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कहा, 'सुबह से अब तक 11 हमारे साथी मारे जा चुके हैं. लगातार गोलियां चल रही हैं और शेलिंग हो रही है.' वीडियो में चारों ओर गोलियों की आवाजें सुनी जा सकती हैं.

गाजा हिंसा के विरोध से शुरू हुआ प्रदर्शन, अब बना आग का दरिया

गुरुवार को गाजा में इजरायल की बमबारी के विरोध में शुरू हुए प्रदर्शन शनिवार को उग्र रूप ले चुके हैं. पुलिस ने लाहौर के कई इलाकों में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठियां चलाईं. जवाब में TLP समर्थकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. ‘द डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, इस झड़प में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.

लाहौर का आज़ादी चौक बना जंग का मैदान

हिंसा का सबसे भयावह रूप लाहौर के आज़ादी चौक में देखने को मिला, जहां प्रदर्शनकारियों ने कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी. कई अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए. प्रशासन ने हालात काबू में करने के लिए जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए, कंटेनर खड़े किए और कुछ इलाकों में तो खाई तक खुदवा दी ताकि हजारों TLP समर्थक राजधानी इस्लामाबाद की ओर न बढ़ सकें.

अमेरिकी दूतावास ने जारी की चेतावनी

इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को आगाह करते हुए कहा है कि वे भीड़भाड़ वाली जगहों से दूर रहें और सतर्क रहें. उधर, TLP प्रमुख साद रिजवी ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, “गिरफ्तारी कोई मसला नहीं, गोलियां कोई मसला नहीं, शेल्स कोई मसला नहीं, शहादत हमारी तकदीर है.”

इजरायल-हमास शांति समझौते के बीच बढ़ा तनाव

ये झड़पें उस वक्त सामने आई हैं जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में इजरायल और हमास के बीच गाजा शांति समझौते का पहला चरण शुरू हुआ है. इस बीच पाकिस्तान की सड़कों पर हिंसा ने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे दिया है. लाहौर की आग अब इस्लामाबाद और रावलपिंडी तक पहुंच गई है. दोनों शहरों में दूसरे दिन भी जनजीवन ठप है. मुख्य सड़कों को सील कर दिया गया है, स्कूल और बाजार बंद हैं, और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.

सरकार का आरोप - 'TLP कर रही है राजनीतिक ब्लैकमेलिंग'

पाकिस्तानी मंत्री तलाल चौधरी ने आरोप लगाया है कि TLP 'फिलिस्तीन मुद्दे का राजनीतिक फायदा उठाने' की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, 'सरकार किसी भी संगठन को हिंसा या ब्लैकमेलिंग के जरिये राज्य को चुनौती नहीं देने देगी.'

Similar News