नौकरी हो तो ऐसी! रोजाना प्लेन से ऑफिस जाती है ये महिला, फिर भी नहीं होता कोई नुकसान
मलेशिया की रहने वाली एक महिला रेचल कौर की कहनी सबको इंस्पायर कर रही है. दरअसल अपने परिवार के साथ रोजाना टाइम स्पेंड करने और बच्चों की पढ़ाई में मदद करने के लिए रेचल रोजाना फ्लाइट से ऑफिस और ऑफिस से घर जाती हैं. इस तरह वह रोज 600 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं.;
मलेशिया की रहने वाली एक महिला जो रोजाना अपने घर से ऑफिस और ऑफिस से घर पर ट्रैवल करती है. अब आप कहेंगे कि इसमें नई बात क्या है? ये तो हर महिला कर लेती है. आपका सोचना भी सही है. हर महिला जरूर ऐसा कर लेती होगी फिर इनकी इतनी चर्चा क्यों? दरअसल यह महिला ऑफिस से घर और घर से ऑफिस ट्रेवल करने के लिए 600 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं.
जी हां आपने बिल्कुल सही पढ़ा. इस 600 किलोमीटर की दूरी तय करने की वजह सिर्फ और सिर्फ अपने बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करना है. ऐसा करने के लिए यह महिला रोजाना प्लेन में सफर करती हैं. ऐसा करने वाली महिला का नाम रेचल कौर है.
प्लेन से रोज सफर कितना होता होगा खर्च
अब जाहिर सी बात है कि अगर आप रोजाना प्लेन से सफर करते हैं, तो आपका खर्च भी उसी हिसाब से होगा. क्योंकी अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देना उनके साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करने के लिए महिला खर्च उठा रही है. एक यूट्यूब चैनल सीएनए ने इस महिला का इंटरव्यू भी लिया है. उन्होंने रेचल से बातचीत की और पूरी स्टोरी सभी के सामने ले आए. उन्होंने महिला की डेली लाइफ रूटीन सभी को बताया है.
चैनल से बातचीत के दौरान महिला ने बताया कि इस ट्रैवल को पूरा करने के लिए वह रोज सुबह 4 बजे उठती है. इस तरह मलेशिया के पेनांग से कुआलालंपुर जाने के लिए अपने इस हैक्टिक रूटीन की शुरूआत करती है. उनका कहना है कि वह पेनांग में रहती है. इस कारण उन्हें ऑफिस जाने के लिए इतना ट्रैवल करना पड़ता है. इतना ट्रैवल करने के बाद वह सुबह 8 बजे ऑफिस पहुंचती हैं.
कुछ ऐसा है रूटीन
डेली उठकर रेचल का सबसे पहला काम नहाना, कपड़े पहनना और ऑफिस के लिए निकल जाना होता है. हैरानी की बात यह है कि यह सब उन्हें 1 घंटे में करना होता है क्योंकी उन्हें फ्लाइट भी पकड़नी होती है. एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए कार से जाती है और तेज स्पीड में कार चलाती हैं, ताकी जल्दी पहुंच सके. अब इस सफर के दौरान उनकी रोजाना 5.55 तक बोर्डिंग भी करनी होती है. इस समय तक कार पार्क करना, फ्लाइट में चेक इन करना सब चीजे पूरी करनी होती है. इसमें 40 मिनट का समय लगता है. इस तरह वह 7: 50 तक ऑफिस पहुंचती हैं.
कितना होता होगा खर्च?
अब हैरानी की बात यह भी है कि रोजाना ट्रैवल करने के साथ महिला को यह खर्च कम लग रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकी इससे पहले तक रेचल अपने परिवार से काफी दूर किराये पर रहती थी. मिलने के लिए भी सिर्फ वीकेंड का समय होता था. हालांकि उस समय उनका किराये का खर्चा 474 यूएस डॉलर यानी 41,456.40 रुपये खर्च आता था. इसे कम करने के लिए उन्होंने रोजाना ट्रैवल करने का सोचा. हालांकि उनकी यह तरकीब सही निकली इस तरह रोजाना ट्रैवल करके उनका महीने का खर्च 316 यूएस डॉलर यानी भारतीय कीमत के अनुसार 27,637.60 इतने रूपये खर्च करने पड़ते हैं, जो पुराने खर्च से काफी कम है. साथ ही इस तरह महिला अपने परिवार के साथ भी समय बिता पा रही है.