घर साफ नहीं किया तो काट दिया पति का गला... अमेरिका में पुलिस ने किया गिरफ्तार तो भारतीय महिला ने कहा- अनजाने में हो गया
अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में भारतीय मूल की शिक्षण सहायक चंद्रप्रभा सिंह (44) को अपने पति अरविंद सिंह का गला काटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. घटना 12 अक्टूबर को शार्लोट के बलेनटाइन इलाके में हुई, जब घरेलू काम को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ. पति ने आरोप लगाया कि उसने घर साफ न करने पर हमला किया, जबकि चंद्रप्रभा का दावा है कि यह हादसा था और वह नाश्ता बनाते वक्त गलती से चाकू लग गया. कोर्ट ने उसे 10,000 डॉलर की जमानत पर रिहा किया और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी डिवाइस पहनने व पति से दूर रहने का आदेश दिया.;
Indian-origin woman arrested USA: अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में भारतीय मूल की 44 वर्षीय शिक्षिका चंद्रप्रभा सिंह को अपने पति का गला चाकू से काटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. यह घटना घरेलू झगड़े के दौरान हुई, जब दोनों के बीच घर के कामों को लेकर विवाद बढ़ गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना 12 अक्टूबर की सुबह करीब 10:49 बजे शार्लोट के बलेनटाइन इलाके के फॉक्सहेवन ड्राइव पर हुई. पुलिस के पहुंचने से पहले ही पति अरविंद सिंह को अस्पताल ले जाया गया था. हालांकि उनकी चोट की गंभीरता के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है.
पुलिस ने बताया कि चंद्रप्रभा सिंह पर ‘डेडली वेपन से गंभीर चोट पहुंचाने’ का आरोप लगाया गया है. गिरफ्तारी वारंट में कहा गया कि उन्होंने 'जानबूझकर और अवैध रूप से' अपने पति का गला काटा. वहीं, चंद्रप्रभा ने अपनी सफाई में कहा कि यह एक 'दुर्घटनावश हुआ हादसा' था. वह नाश्ता बना रही थीं और मुड़ते वक्त गलती से चाकू उनके पति की गर्दन से लग गया.
8.3 लाख रुपये के बांड पर कोर्ट ने किया रिहा
Charlotte-Mecklenburg पुलिस के अनुसार, घरेलू हिंसा यूनिट ने चंद्रप्रभा सिंह को गिरफ्तार किया और पूछताछ के बाद जेल भेज दिया. बाद में अदालत ने उन्हें 10,000 डॉलर (करीब 8.3 लाख रुपये) के बांड पर रिहा कर दिया, शर्त यह रखी गई कि वह अपने पति के संपर्क में नहीं आएंगी और इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग डिवाइस पहनेंगी.
टीचिंग असिस्टेंट के रूप में कार्यरत थीं चंद्रप्रभा सिंह
चंद्रप्रभा सिंह Charlotte-Mecklenburg Schools (CMS) में एंडहेवन एलीमेंट्री स्कूल में कक्षा K-3 की टीचिंग असिस्टेंट के रूप में कार्यरत थीं. पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह घटना स्कूल परिसर से बाहर हुई और इसमें किसी छात्र या स्कूल स्टाफ की संलिप्तता नहीं थी. वर्तमान में वह रिहा हैं और मामले की आगे की सुनवाई की प्रतीक्षा कर रही हैं.