कितना ताकतवर है NASA का नया स्‍पेस टेलीस्कोप SPHEREx? तैयार करेगा पूरे ब्रह्मांड का 3D मैप

SPHEREx आकाश के हर हिस्से को 96 अलग-अलग रंगों में स्कैन करेगा, जिससे यह पूरे ब्रह्मांड का तीन-आयामी नक्शा (3D Map) तैयार कर सकेगा. SPHEREx अरबों वर्षों में गैलेक्सियों के निर्माण और विकास को ट्रैक करेगा.;

Edited By :  प्रवीण सिंह
Updated On : 13 March 2025 5:25 PM IST

हब्‍बल (Hubble) और जेम्‍स वेब (James Webb) के बाद नासा (Nasa) का नया टेलीस्‍कोप अंतरिक्ष में तैनात हो चुका है. नाम है स्फीरेक्स (SPHEREx) जिसे एलन मस्‍क की कंपनी स्‍पेसएक्‍स (SpaceX) ने बुधवार को कैलिफोर्निया से लॉन्‍च किया. SPHEREx का पूरा नाम स्पेक्ट्रो-फोटोमीटर फॉर द हिस्ट्री ऑफ द यूनिवर्स, एपोक ऑफ रीऑनाइज़ेशन एंड आइस एक्सप्लोरर है और यह यह टेलीस्कोप इन्फ्रारेड लाइट का उपयोग करके पूरे ब्रह्मांड का 3D मैप तैयार करेगा.

इस टेलीस्‍कोप का काम पूरे आकाश का अध्ययन करना है जिसके तहत शुरुआत से लेकर अब तक करोड़ों आकाशगंगाओं और उनके साझा कॉस्मिक ग्लो का व्यापक अध्ययन किया जाएगा. इस लॉन्‍च में स्फीरेक्स के साथ ही सूर्य का अध्ययन करने के लिए सूटकेस के आकार के चार उपग्रह भी साथ में भेजे गए हैं.

इस मिशन की लागत करीब 48.8 करोड़ अमेरिकी डॉलर है और इसका लक्ष्‍य यह पता लगाना है कि अरबों वर्षों में आकाशगंगाएं कैसे बनीं और विकसित हुईं तथा ब्रह्मांड कैसे इतनी तेजी से फैला. स्फीरेक्स उन तारों के बीच बर्फीले बादलों में पानी और जीवन के अन्य तत्वों की खोज करेगा जहां नए सौर मंडल उभर रहे हैं.

SPHEREx, नासा के Astrophysics Explorers Program का हिस्सा है, जो कम लागत में बड़े वैज्ञानिक खोजों के लिए मिशन विकसित करता है. यह टेलीस्कोप पूरे आकाश का अध्ययन करके ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करेगा.

SPHEREx कैसे काम करता है?

  • SPHEREx आकार में छोटा है, लेकिन इसकी इन्फ्रारेड-डिटेक्टिंग तकनीक इसे इंसानी आंखों और पारंपरिक टेलीस्कोप की तुलना में अधिक गहराई तक देखने की क्षमता देती है.
  • SPHEREx हर छह महीने में पूरे आकाश का सर्वेक्षण करेगा, जिससे वैज्ञानिक ब्रह्मांड की संरचना और रासायनिक तत्वों का अध्ययन कर सकेंगे. यह स्पेक्ट्रोमीटर तकनीक का उपयोग करेगा, जो प्रकाश को विभिन्न तरंगदैर्ध्यों में विभाजित कर पदार्थों की संरचना और उम्र का विश्लेषण करने में मदद करेगा.
  • SPHEREx आकाश के हर हिस्से को 96 अलग-अलग रंगों में स्कैन करेगा, जिससे यह पूरे ब्रह्मांड का तीन-आयामी नक्शा (3D Map) तैयार कर सकेगा.
  • यह नक्शा गैलेक्सियों, तारों और ग्रहों की संरचना एवं वितरण को समझने में मदद करेगा.
  • इन्फ्रारेड टेलीस्कोप को ठंडा रखना जरूरी होता है ताकि वे अपने ही तापमान के कारण डेटा में बाधा न डालें. SPHEREx एक पैसिव कूलिंग सिस्टम का उपयोग करेगा, जिससे इसे तरल हीलियम जैसे ठंडा रखने वाले कूलेंट की जरूरत नहीं होगी.
  • यह टेलीस्कोप लगभग 700 किमी (435 मील) की ऊंचाई पर पृथ्वी की कक्षा में रहेगा. हर छह महीने में एक बार पूरे आकाश का स्कैन करेगा, और इसकी मिशन अवधि दो वर्षों की होगी.

SPHEREx क्या करेगा?

  • बिग बैंग के बाद के पहले कुछ क्षणों में ब्रह्मांड तेजी से फैला था, जिसे कॉस्मिक इन्फ्लेशन कहा जाता है. SPHEREx गैलेक्सियों के फैलाव का अध्ययन करके इस महत्वपूर्ण कालखंड के प्रमाण खोजेगा.
  • SPHEREx अरबों वर्षों में गैलेक्सियों के निर्माण और विकास को ट्रैक करेगा. यह डार्क मैटर और डार्क एनर्जी की भूमिकाओं को भी उजागर करने में मदद करेगा.
  • यह टेलीस्कोप ब्रह्मांड में पानी और जैविक अणुओं जैसे मीथेनॉल और कार्बन डाइऑक्साइड का पता लगाएगा. यह अध्ययन हमें यह समझने में मदद करेगा कि ग्रहों और उनपर जीवन उत्‍पन्‍न होने वाली परिस्थितियां कैसे बनती हैं.

Similar News