यहां होती है सोने की खेती! इस फल के 1 किलो छिलकों की कीमत 8 लाख, पढ़ें पूरी जानकारी

आज के समय अगर किसी इंसान से सबसे कीमती धातु के बारे में पूछा जाए, तो वह सबसे पहले सोने का नाम लेगा. लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जो सोने से भी अधिक मूल्यवान मानी जाती हैं. ऐसा ही एक अनोखा फल है कीनू, जिसे चीन की स्थानीय भाषा में 'कैंटोनीज' कहा जाता है.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 21 Jan 2025 8:11 AM IST

अगर किसी इंसान से सबसे कीमती धातु के बारे में पूछा जाए, तो वह सबसे पहले सोने का नाम लेगा. लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जो सोने से भी अधिक मूल्यवान मानी जाती हैं. ऐसा ही एक अनोखा फल है कीनू, जिसे चीन की स्थानीय भाषा में 'कैंटोनीज' कहा जाता है. दिलचस्प बात यह है कि इस फल के छिलके किसी कीमती धातु से भी अधिक महंगे बिकते हैं.

CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के गुआंग्डोंग राज्य के जियांगमेन के पूर्वी किनारे पर स्थित शिनहुई क्षेत्र का पूरा विकास इन कीनू के छिलकों के आधार पर हुआ है. चीनी औषधीय जड़ी-बूटियों में 12वीं शताब्दी से टेंजेरीन कीनू के पुराने छिलकों के स्वास्थ्य लाभों को महत्व दिया जाता रहा है.

कैसे कीनू फल के छिलकों की कीमत हो जाती है इतनी महंगी?

इस क्षेत्र के निवासी शी के अनुसार, 'यहां की मिट्टी और पानी की गुणवत्ता की वजह से यहां के कीनू के छिलकों में अत्यधिक मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं. उन्होंने आगे बताया कि हालांकि कीनू अन्य स्थानों पर भी उगाए जाते हैं, लेकिन शिनहुई में उगाए गए कीनू और उनके छिलके की गुणवत्ता कहीं बेहतर होती है.

ली के मुताबिक, टेंजेरीन के पुराने छिलकों को चेनपी कहा जाता है. इन छिलकों को कम से कम तीन वर्षों तक पतझड़ और सर्दियों के मौसम में धूप में सुखाने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. छिलके जितने अधिक पुराने होते हैं, उनकी कीमत उतनी ही अधिक होती है.

ली ने बताया कि चेनपी का उपयोग बीजिंग के फॉरबिडन सिटी के सम्राटों और साम्राज्ञियों को परोसे जाने वाले खास व्यंजनों में किया जाता था। आज भी यह सामग्री पारंपरिक चिकित्सा नुस्खों और रोज़मर्रा के खाना पकाने में व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाती है. 

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