बच्चों का मांस खाया, बलात्कार किया गया: यज़ीदी बंधक की दिल दहला देने वाली गवाही

10 साल से अधिक कैद में रहने वाली यज़ीदी महिला फौजिया अमीन सिदो ने ब्रिटिश डॉक्यूमेंट्री फ़िल्ममेकर एलन डंकन से बातचीत के दौरान ISIS के अत्याचारों के बारे में बात की. हाल ही में उसे इज़रायली रक्षा बलों ( IDF ) और अमेरिकी दूतावास ने गाजा से बचाया था.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 20 Oct 2024 9:31 AM IST

फौज़िया अमीन सिदो की कहानी अत्यंत भयानक है और यह ISIS द्वारा किए गए क्रूर अत्याचारों को दर्शाती है. उसकी बातों में जो जघन्यता और अमानवीयता सामने आई है, वह यज़ीदी समुदाय के खिलाफ इस्लामिक स्टेट के हमलों की भयावहता को उजागर करती है. ऐसे मामलों को समझना और जागरूकता फैलाना जरूरी है, ताकि ऐसे अत्याचार दोबारा न हो सकें.

डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता एलन डंकन, जिन्होंने ब्रिटिश सेना में सेवा की और इराकी कुर्दों के साथ स्वैच्छिक कार्य किया, ने फ़ौज़िया अमीन सिदो से बातचीत की. फौज़िया, एक यज़ीदी महिला, जिसे इज़रायली रक्षा बलों (IDF) और अमेरिकी दूतावास ने गाज़ा में कैद से मुक्त किया, बताया कि इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने उसे और कई अन्य यज़ीदियों को अगवा करने के बाद, उन्हें यज़ीदी बच्चों का मांस खिलाया. यह बयान ISIS द्वारा किए गए जघन्य अपराधों की गंभीरता को दर्शाता है.

ISIS के आतंक की शिकार फौज़िया का बयान

2014 से, ISIS ने इराक में यज़ीदी समुदाय को व्यवस्थित रूप से निशाना बनाया, जिसमें सामूहिक हत्याएं, यौन दासता, जबरन धर्मांतरण और विस्थापन शामिल थे. हजारों यज़िदियों की हत्या की गई और कई महिलाओं और बच्चों का अपहरण किया गया.

फौज़िया इस प्राचीन धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय की सदस्य हैं, जो मुख्यतः इराक और सीरिया में पाया जाता है. 2014 में ISIS के हमले के दौरान, 5,000 से अधिक यज़िदी मारे गए और हजारों का अपहरण किया गया, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने नरसंहार घोषित किया है. 

खुद की रिहाई के बाद उन्होंने द सन से कहा, उन्होंने चावल और मांस भी पकाया और हमारे लिए लाए, चूकि हम बहुत भूखे थे. इसलिए हमने वही खाया जो मेज़ पर था. जब हम खा रहे रहे थे तो हमें पता चला कुछ गड़बड़ है क्योंकि स्वाद अजीब था लेकिन हमने सिर्फ इसलिए खाया क्योंकि हमें भूख लगी थी. खाने के बाद हम सभी के पेट में दर्द हुआ और हम बीमार महसूस करने लगे.

जब हमने खाना खत्म किया तो उन्होंने हमें बताया कि यह मांस बच्चों का था. फौज़िया ने कहा, वहां एक महिला थी जिसे उसी समय दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई. उन्होंने हमें कटे हुए बच्चों और शिशुओं की तस्वीरें दिखाईं और कहा ये वह बच्चे हैं जिन्हें तुमने खाया था. यह बहुत कठिन है लेकिन यह हमारी गलती नहीं थी उन्होंने हमें मजबूर किया लेकिन निश्चित रूप से यह हमारे लिए बहुत कठिन है कि ऐसा हुआ.

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