क्या सेक्स और ड्रग्स के जरिए एलन मस्क को ब्लैकमेल करना चाहते थे पुतिन? पूर्व FBI एजेंट के दावे में क्या-क्या
एक पूर्व FBI एजेंट जोनाथन ब्यूमा ने दावा किया है कि रूस की खुफिया एजेंसी ने एलन मस्क को सेक्स और ड्रग्स के जरिए फंसाकर ब्लैकमेल करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि मस्क की लाइफस्टाइल, खासकर महिलाओं, ड्रग्स और बर्निंग मैन जैसे आयोजनों के प्रति झुकाव, उन्हें आसान निशाना बनाता है. रूस ने यह ऑपरेशन राष्ट्रपति पुतिन की जानकारी में चलाया.;
अमेरिकी अरबपति और टेस्ला प्रमुख एलन मस्क एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी कारोबारी योजनाएं नहीं, बल्कि एक सनसनीखेज दावा है. अमेरिका की खुफिया एजेंसी FBI के एक पूर्व एजेंट जोनाथन ब्यूमा ने कहा है कि रूस की खुफिया एजेंसी ने एलन मस्क को सेक्स और ड्रग्स के ज़रिए ब्लैकमेल करने की कोशिश की थी. यह दावा उन्होंने जर्मन टीवी चैनल ZDF की एक डॉक्यूमेंट्री में किया है.
क्यों था मस्क पर रूस का फोकस?
ब्यूमा के मुताबिक, यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद रूस की खुफिया एजेंसियों ने मस्क और पेपाल के सह-संस्थापक पीटर थिएल पर खास नजर रखनी शुरू की. कारण साफ था- मस्क न सिर्फ अमेरिका के सबसे प्रभावशाली उद्योगपतियों में शामिल हैं, बल्कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी माने जाते हैं.
मस्क की लाइफस्टाइल बनी खतरा?
पूर्व एजेंट ने कहा कि मस्क की निजी ज़िंदगी में ड्रग्स (खासकर केटामाइन), महिलाओं, जुए और बर्निंग मैन जैसे आयोजनों में दिलचस्पी उनकी सबसे बड़ी कमजोरी बन गई. ब्यूमा का दावा है कि रूस ने मस्क की इन्हीं आदतों को आधार बनाकर उनके खिलाफ सबूत इकट्ठे करने की कोशिश की, ताकि जरूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल दबाव बनाने या ब्लैकमेलिंग में किया जा सके.
ऑपरेशन की जानकारी खुद पुतिन को?
इस ऑपरेशन के पीछे किसका दिमाग था? ब्यूमा ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को इसकी पूरी जानकारी थी और उनकी अनुमति के बिना ऐसा कोई जासूसी ऑपरेशन नहीं होता. हालांकि, ब्यूमा ने इन दावों के पुख्ता सबूत सार्वजनिक नहीं किए हैं.
खुद ब्यूमा पर भी लगे हैं आरोप
दिलचस्प बात यह है कि जोनाथन ब्यूमा खुद अमेरिका में आरोपों का सामना कर रहे हैं. मार्च 2025 में उन्हें गोपनीय जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. अब वह जमानत पर बाहर हैं. यह पहला मौका नहीं है जब मस्क और रूस के बीच रिश्तों पर सवाल उठे हों. वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में मस्क और पुतिन के बीच संपर्क हुआ था, जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था. इसके बाद मस्क की भूमिका और मंशा को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई गई थीं.
मस्क और ट्रंप की बढ़ती नजदीकियां
हाल ही में मस्क, ट्रंप के साथ मध्य पूर्व के दौरे पर भी देखे गए थे, जहां वे साइबरट्रक काफिले के साथ कतर के अमीर समेत कई अहम नेताओं से मिले. मस्क की कंपनियां जैसे टेस्ला और स्पेसएक्स, अमेरिका की तकनीकी और रणनीतिक शक्ति का बड़ा प्रतीक हैं- यही वजह है कि वैश्विक ताकतें उनके प्रभाव को हल्के में नहीं लेतीं.