शादी से पहले सोचो, फंसोगे! बांग्लादेशी दुल्हनों को नहीं ला पाएंगे चीनी नागरिक; मोहब्बत बन जाएगी सज़ा
बांग्लादेश में बढ़ती क्रॉस-बॉर्डर शादियों पर चीन ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी है. दूतावास ने कहा है कि शॉर्ट वीडियो और ऑनलाइन डेटिंग से शादी के चक्कर में न पड़ें, यह मानव तस्करी और कानूनी कार्रवाई का कारण बन सकता है. बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच चीनी नागरिकों को विवाह और दलाली से दूर रहने की सलाह दी गई है.;
बांग्लादेश में चीनी दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एक विशेष चेतावनी जारी की है, जिसमें उन्हें विदेशी शादियों को लेकर सावधानी बरतने को कहा गया है. दरअसल, हाल के महीनों में बांग्लादेशी युवतियों के साथ चीनी पुरुषों की ‘शॉर्ट वीडियो रोमांस’ और ऑनलाइन डेटिंग के जरिए शादी के मामलों में तेजी आई है. दूतावास ने इसे एक संभावित खतरा मानते हुए इसे ‘संभावित मानव तस्करी’ से जोड़कर देखा है.
चीनी पुरुषों के बीच बांग्लादेशी लड़कियों के साथ शॉर्ट वीडियो एप्स और डेटिंग प्लेटफॉर्म्स पर बातचीत के बाद शादी करने का ट्रेंड बढ़ रहा है. दूतावास ने इन मामलों को लेकर चिंता जताई है कि इनमें से कई विवाह वैध नहीं हैं, और दलालों के जरिए ‘दुल्हन खरीदने’ जैसी गैरकानूनी गतिविधियां भी इसमें शामिल हो सकती हैं. चीनी नागरिकों को ऐसे किसी भी विवाह से पहले अच्छी तरह सोचने की सलाह दी गई है.
मानव तस्करी के खतरे से जुड़ी कानूनी सख्ती
चीनी दूतावास ने स्पष्ट कहा कि यदि कोई व्यक्ति मानव तस्करी जैसे अपराध में लिप्त पाया गया, तो बांग्लादेश सरकार कठोर कार्रवाई कर सकती है. वहां मानव तस्करी एक गंभीर अपराध है, जिसमें दोषी पाए जाने पर सात साल की सजा और आर्थिक जुर्माना लगाया जा सकता है. दूतावास ने अपने नागरिकों को किसी भी धोखाधड़ी का शिकार होने पर तुरंत चीन के सुरक्षा प्राधिकरणों को रिपोर्ट करने का आग्रह किया है.
‘विदेशी पत्नी खरीदने’ से बचें: चीनी सरकार
चीनी दूतावास ने नागरिकों से अपील की है कि वे ‘विदेशी दुल्हन खरीदने’ जैसे अवैध और अनैतिक कार्यों से दूर रहें. इसे सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय छवि से जुड़ा मामला बताया गया है. सोशल मीडिया पर क्रॉस-बॉर्डर रोमांस को महिमामंडित करने वाले कंटेंट से भ्रमित होकर चीनी युवक खुद को जटिल कानूनी पेंच में फंसा सकते हैं.
बांग्लादेश में सावधानी जरूरी
इस चेतावनी का एक और महत्वपूर्ण संदर्भ बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अस्थिरता है. फिलहाल मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार और सेना के बीच तनाव चरम पर है, खासकर म्यांमार सीमा पर मानवीय गलियारे को लेकर. ऐसे में विदेशी नागरिकों के लिए वहां किसी भी प्रकार की कानूनी और सामाजिक उलझन का खतरा और अधिक बढ़ जाता है.
विपक्षी हमलों से घिरी यूनुस सरकार
बांग्लादेश इस वक्त छात्रों, विपक्ष और नागरिक समाज के व्यापक विरोध प्रदर्शन से जूझ रहा है. चुनाव करवाने की मांग के साथ-साथ कई नेताओं को हटाने की मांग भी उठ रही है. ऐसे माहौल में किसी भी विदेशी नागरिक के लिए कानूनी उलझन में फंसना उनके देश के साथ-साथ उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा पर भी असर डाल सकता है. यही कारण है कि चीन अपने नागरिकों को पहले से अलर्ट कर रहा है.