भारत के खिलाफ मुंह खोल कर अपने ही देश में खुद की फजीहत करा रहे जस्टिन ट्रूडो, पार्टी में भी उठ रही आवाज

India-Canada Conflict: कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो भारत का विरोध करते-करते अपने ही देश में खुद का विरोध झेल रहे हैं. उनकी पार्टी के सांसदों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ऐसे में आने वाले चुनाव में उनके लिए जीत मुश्किल लग रही है. अपनी जीत के लिए ही उन्होंने भारत को लेकर तानाबाना बुना था.;

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Edited By :  सचिन सिंह
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India-Canada Conflict: भारत के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो को अब अपनी ही पार्टी में विरोध का सामना करना पड़ रहा है. उनकी लिबरल पार्टी के एक सांसद ने बुधवार को सार्वजनिक तौर पर जस्टिन ट्रूडो से पार्टी नेता के पद से इस्तीफा देने की मांग कर दी. कनाडा के कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां ट्रूडो को पसंद नहीं किया जा रहा है.  

चार्लोट टाउन के सांसद सीन केसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चार्लोट टाउन के वोटर्स के साथ बातचीत में ट्रूडो के नेतृत्व पर लोगों ने सवाल खड़े किए. ट्रूडो से सांसद ने ऐसे समय में उनके इस्तीफे की मांग की है, जब भारत ने कनाडा के छह उच्चायुक्तों को निष्कासित करते हुए भारत छोड़ने का आदेश दिया और अपने उच्चायुक्तों को भारत बुलाया है.

बढ़ रही है ट्रूडो विरोधी की संख्या

केसी कथित तौर पर ट्रूडो की पार्टी के पहले सांसद हैं, जिन्होंने सार्वजनिक रूप से कनाडा के प्रधानमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की है, जबकि पिछले सप्ताह कनाडाई मीडिया ने रिपोर्ट दी थी कि बढ़ती संख्या में चिंतित लिबरल्स, ट्रूडो को लिबरल पार्टी के नेता के रूप में पद छोड़ने के लिए मजबूर करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं.

ट्रूडो को हटाना चाहते हैं 20 से अधिक संसद

सीन केसी ने बताया कि जून में टोरंटो-सेंट पॉल उपचुनाव में आश्चर्यजनक हार के बाद असंतुष्ट लिबरल के सांसदों ने पार्टी की आगे की राह पर चर्चा करने के लिए कई बैठकें की है. केसी ने कहा कि ट्रूडो को हटाने के प्रयास उस समय निर्णायक मोड़ पर पहुंच सकता हैं, जब अगले सप्ताह पार्टी के संसद एकजुट होंगे.  उन्होंने कहा कि  कहा कि अब तक कम से कम 20 सांसदों ने प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर किए हैं, जबकि अन्य ने ट्रूडो को हटाने के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया है.

कई और सांसद भी कर रहे ट्रडो के इस्तीफे की मांग

लिबरल सांसदों की संख्या 150 से अधिक है. ट्रूडो को हटाने के लिए कम से कम 50 हस्ताक्षरों की आवश्यकता होगी. खबर ये भी है कि केसी इस्तीफे की मांग करने वाले पहले संसद नहीं हैं. इससे पहले भी न्यू ब्रंसविक के सांसद वेन लॉन्ग ने जून में लिबरल कॉकस को भेजे एक ईमेल में प्रधानमंत्री ट्रूडो से पद छोड़ने के लिए कहा था. 

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