कनाडा ने बढ़ाई भारतीय छात्रों की टेंशन! अटेंडेंस और मार्क्स क्यों पूछ रही ट्रूडो सरकार?

भारत सहित तमाम विदेशी छात्रों पर एक्‍शन की तैयारी में हैं. अब ट्रूडो सरकार ने ऐसा कदम उठाया है, जिससे कनाडा में पढ़ाई करने पहुंचे विदेशी छात्रों में दहशत फैल गई है. टाइम्‍स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कनाडा में पढ़ रहे भारतीय छात्रों ने बताया है कि उन्हें एक ईमेल मिले हैं.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
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कनाडा में भारतीय छात्रों पर बढ़ते हमलों और सरकारी सख्ती के कारण तनाव बढ़ रहा है. हाल ही में तीन भारतीय छात्रों की हत्या और कनाडा सरकार द्वारा भारतीय छात्रों से अतिरिक्त दस्तावेजों की मांग के चलते छात्रों के बीच चिंता का माहौल है. कनाडा के इमिग्रेशन विभाग IRCC द्वारा अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर सख्त वित्तीय आवश्यकताएं और दस्तावेज़ प्रस्तुत करने की शर्तें लगाई जा रही हैं, जिससे छात्रों में भय और असुरक्षा का भाव है.

टाइम्‍स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, IRCC ने छात्रों से उनके स्टडी परमिट, वीज़ा, शैक्षिक रिकॉर्ड, मार्क्स और अटेंडेंस के प्रमाण मांगने के ईमेल भेजे हैं. यह कदम नीतियों को सख्त करने और विदेशी छात्रों की संख्या नियंत्रित करने के उद्देश्य से उठाया गया है.

आखिर क्‍या है कनाडाई PM का नया प्‍लान?

ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में पढ़ रहे हैदराबाद के छात्र अविनाश कौशिक ने बताया कि उन्हें अपने 2026 तक वैध वीज़ा के बावजूद सभी दस्तावेज़ फिर से जमा करने के लिए कहा गया. उन्होंने कहा, "यह ईमेल चौंकाने वाला था. वे उपस्थिति, अंकों और यहां तक कि अंशकालिक काम का प्रमाण भी मांग रहे हैं.

बीते सप्ताह, पंजाब के छात्रों के बीच ऐसे ईमेल में इसी तरह की वृद्धि देखी गई थी. कुछ को अपने क्रेडेंशियल सत्यापित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से IRCC कार्यालयों में जाने के लिए भी कहा गया था. ओंटारियो में अध्ययनरत हैदराबाद के छात्र अविनाश दासारी ने कहा, "कई छात्र भ्रमित और चिंतित हैं.'

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