अपने देश वापस जाओ... ब्रिटेन में दो युवकों ने सिख लड़की का दिनदहाड़े किया रेप, पुलिस तलाश में जुटी
विदेशों में अक्सर भारतीयों के साथ नस्लभेद के आधार पर बुरा बर्ताव किया जाता है. अब ब्रिटेन के ओल्डबरी से एक घटना सामने आई है, जहां एक सिख महिला के साथ दो लोगों ने रेप किया. यह वारदात स्थानीय सिख समुदाय को हिला चुकी है और प्रवासी समाज के लिए गहरी चिंता छोड़ गई है. आइए इस घटना की पूरी कहानी को समझते हैं.;
ब्रिटेन से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां ओल्डबरी में दो युवकों ने एक सिख लड़की पर नस्लभेदी टिप्पणी की और फिर उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया. बताया जा रहा है कि युवकों ने लड़की को घेरकर "अपने देश वापस जाओ" जैसा भड़काऊ कमेंट किया और इसके बाद उसे जबरन निशाना बनाया.
इस घटना ने स्थानीय सिख समुदाय को गुस्से और सदमे में डाल दिया है. पीड़िता के बयान के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है.
20 साल की सिख लड़की के साथ रेप
पिछले मंगलवार सुबह करीब 8:30 बजे ओल्डबरी की टैम रोड के पास एक सिख लड़की जा रही थी. तभी दो विदेशी युवकों ने उसे रोक लिया. उन्होंने न सिर्फ उसके साथ रेप किया, बल्कि नस्लभरी बातें भी कहीं. आरोपियों ने लड़की से कहा कि 'अपने देश वापस जाओ.'
नस्लीय जहर में लिपटा अपराध
ब्रिटिश पुलिस ने इस वारदात को नस्लीय नफरत से जुड़ा अपराध माना है. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि हमलावर बार-बार नस्लभरी गालियां दे रहे थे. उसके बयान के बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी. अब सीसीटीवी फुटेज, फॉरेंसिक सबूत और स्थानीय लोगों की गवाही के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है.
हमलावरों का सुराग
बर्मिंघम लाइव की रिपोर्ट ने हमलावरों की डिटेल शेयर की है. दोनों हमलावर गोरे पुरुष बताए गए. एक का सिर पूरी तरह से मुंडा हुआ था और उसने गहरे रंग का स्वेटशर्ट पहना हुआ था. दूसरा संदिग्ध ग्रे रंग की टी-शर्ट में था. इन चीजों ने पुलिस की खोज को एक दिशा दी है, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है.
समुदाय का गुस्सा और असुरक्षा
इस हमले ने ओल्डबरी के सिख समुदाय में गहरी नाराजगी और बेचैनी पैदा कर दी है. स्थानीय लोग इसे एक सोची-समझी नस्लीय हिंसा मान रहे हैं. पुलिस ने माना कि समुदाय का गुस्सा "पूरी तरह से जायज" है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि इलाके में गश्त बढ़ाई जाएगी ताकि लोगों का डर कम हो सके.
नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया
ब्रिटिश सांसद प्रीत कौर गिल ने इस घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि 'यह सिर्फ हिंसा नहीं बल्कि नस्लीय घृणा से भरा अपराध है. जब हमलावरों ने पीड़िता से कहा कि वह यहां की नहीं है, तो यह पूरी तरह गलत है. हमारी सिख कम्युनिटी और हर कम्युनिटी का हक है कि वे ब्रिटेन में सुरक्षित, सम्मानित और मूल्यवान महसूस करें. नस्लवाद और स्त्री-विरोध की यहां कोई जगह नहीं.'
गहरे सवाल
यह हमला ब्रिटेन के बहुसांस्कृतिक समाज की बुनियाद पर सवाल खड़े करता है. जब एक महिला सिर्फ अपनी पहचान के कारण निशाना बनती है, तो यह प्रवासी समाज के लिए एक डरावना संकेत है. पुलिस ने भले ही जांच तेज कर दी हो, लेकिन सवाल यह है कि क्या ब्रिटेन में रहने वाले प्रवासी, खासकर सिख और भारतीय मूल के लोग, खुद को वाकई सुरक्षित महसूस कर सकते हैं?