Axiom 4 Space Mission: शुभांशु शुक्ला के साथ स्पेस स्टेशन जाने वाले Crew को जान लीजिए
Ax-4 केवल एक अंतरिक्ष यात्रा नहीं बल्कि भविष्य के दीर्घकालिक अंतरिक्ष अभियानों की नींव है. यह भारत के लिए भी बड़ा मौका है, जहां शुभांशु शुक्ला क्रू मेंबर्स में शामिल हैं. वह भारतीय वायु सेना के पायलट ग्रुप कैप्टन हैं.;
10 जून की सुबह 8:22 बजे (ईटी), जब स्पेसएक्स का ड्रैगन स्पेस क्राफ्ट नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरेगा, तो भारत एक बार फिर इतिहास रचने की ओर अग्रसर होगा. यह कोई आम मिशन नहीं है. यह भारतीय वायुसेना के पायलट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष की पहली यात्रा है और भारत के लिए एक महत्वपूर्ण वैश्विक पल भी.
एक्सिओम मिशन-4 (Ax-4) एक अनोखा मिशन है, जिसमें भारत, पोलैंड और हंगरी जैसे देशों के अंतरिक्ष यात्री पहली बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) तक जाएंगे. यह मिशन पिछले 40 वर्षों में दूसरा सरकारी प्रायोजित ह्यूमन स्पेस मिशन है और इन तीनों देशों के लिए ISS पर पहली उपस्थिति होगी. इस मिशन में चार क्रू मेंबर होंगे. चलिए जानते हैं इनके बारे में.
चार क्रू मेंबर में शामिल हैं-
- शुभांशु शुक्ला –भारत के महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन के लिए चुने गए चार अंतरिक्ष यात्रियों में से भारतीय वायु सेना (IAF) के पायलट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला हैं. अंतरिक्ष की ओर भारत के पहले मानव मिशन की तैयारी में लगे शुभांशु अब एक्सिओम-4 मिशन के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उड़ान भरने जा रहे हैं.
- पैगी व्हिटसन – इस ऐतिहासिक मिशन का नेतृत्व करेंगी पैगी व्हिटसन, जो संयुक्त राज्य अमेरिका की सबसे अनुभवी महिला अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं. यह उनका दूसरा कमर्शियल ह्यूमन स्पेस मिशन होगा और उनका एक्सपीरियंस इस क्रू के लिए मददगार साबित होगा.
- स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विज़्निविस्की – पोलैंड से आने वाले वैज्ञानिक और इंजीनियर स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्निएव्स्की इस मिशन में एक्सपर्ट की भूमिका निभाएंगे, जो वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी प्रयोगों में योगदान देंगे.
- टिबोर कापू – हंगरी के एक कुशल मैकेनिकल इंजीनियर भी इस मिशन में एक्सपर्ट के तौर पर शामिल हैं, जो स्पेस स्टेशन पर तकनीकी कार्यों और रिसर्च में सहयोग देंगे.
भारत के लिए क्यों है यह इतना खास?
शुभांशु शुक्ला को गगनयान मिशन के चार अंतरिक्ष यात्रियों में से एक के रूप में भी चुना गया है, जो भारत की अपनी मानव अंतरिक्ष उड़ान होगी. ऐसे में Ax-4 उनकी अंतरिक्ष यात्रा का पहला बड़ा कदम है. यह मिशन न केवल उनके लिए, बल्कि भारत की अंतरिक्ष विज्ञान यात्रा के लिए एक निर्णायक मोड़ है.