नहीं आती अंग्रेजी और न ही साथ में कोई रिश्तेदार... शादी के लिए US गई महिला अचानक कहां हो गई गायब?
Indian Women Missing: अमेरिका के लिंडनवोल्ड न्यू जर्सी से 24 साल की भारतीय महिला अचानक लापता हो गई. वह अपनी शादी के सिलसिले में वहां गई थी. हैरानी की बात यह है कि उसे अंग्रेजी भी नहीं आती है, जिससे उसे किसी से बात करने में भी परेशानी हुई होगी.;
Indian Women Missing: अमेरिका से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. एक 24 साल की भारतीय महिला अपनी शादी के सिलसिले में न्यू जर्सी गई थी, लेकिन वहां रहस्यमयी तरह से लापता हो गई. महिला का नाम सिमरन है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है.
सिमरन लिंडनवोल्ड न्यू जर्सी में अचानक लापता हो गई. पुलिस ने बताया कि 20 जून को वह भारत से अमेरिका पहुंची और 26 जून तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. वह कैमरे में अकेली खड़ी नजर आ रही है और अपने फोन में कुछ देख रही है.
शादी के लिए गई थी अमेरिका
सिमरन शादी के सिलसिले में अमेरिका गई थी. उसकी फुटेज सामने आई, जिसमें वह किसी का इंतजार करते दिखाई दे रही है. वह वीडियो में परेशान नहीं दिखी, अब पुलिस सिमरन को ढूंढ रही है. उसने आखिरी बार ग्रे स्वेटपैंट, सफेद टी-शर्ट, काले फ्लिप और हीरे जड़े उसने झुमका पहना हुआ था.
नहीं बोल पाती इंग्लिश
जानकारी के अनुसार, सिमरन को अंग्रेजी नहीं आती. उसका कोई रिश्तेदार यूएस में नहीं है और फोन भी सिर्फ वाई-फाई के जरिए चलता है. इसलिए पुलिस और परिवार वालों को उससे संपर्क करने में भी परेशानी हो रही है. सिमरन के परिजन को अभी तक किसी तरह की धमकी या फिरौती का भी कॉल नहीं आया है. इस मामले का खुलासा होते ही हड़कंप मचा हुआ है.
पहले भी गायब हुई थी एक महिला
इससे पहले भी एक भारतीय छात्रा के लापता होने की खबर सामने आई थी. सुदीक्षा कोनांकी डोमिनिकन रिपब्लिक में छुट्टियों के दौरान गायब हो गई थी. वह अमेरिका में ही रहती थी और पढ़ाई करती थी. अब दोबारा से भारतीय महिला का गायब हो जाना सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल है.
अप्रवासियों के खिलाफ ट्रम्प सरकार
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अप्रवासियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. ट्रम्प ने वीजा पॉलिसी के नियम अब पहले से सख्त कर दिए हैं. अवैध नागरिकों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है. बीते कुछ महीनों में हजारों की संख्या में अवैध प्रवासियों को यूएस से बाहर उनके देश भेजा गया है.
अमेरिका ने प्रवासियों के वापस भेजने के लिए उनके साथ अमानवीय व्यवहार भी किया था. पहली बार भारतीयों को अमेरिकी C-17 ग्लोबमास्टर विमान का इस्तेमाल हुआ, जिसमें लगभग 104 लोगों को अमृतसर पहुंचाया गया था. भारतीय प्रवासियों के साथ हाथ-पैर बांध कर सेना विमान में भेजना भारत में गहिरा विरोध पैदा कर चुका है.