US Elections 2024: नए सर्वे में कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच बराबरी, जानें कौन मारेगा बाजी?
5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से केवल सात हफ्ते पहले उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला टकराव की स्थिति में है. सर्वेक्षणों में यह दिखाया गया है कि हाल ही में हुई बहस में मतदाताओं ने हैरिस को बेहतर अंक दिए हैं,;
5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से केवल सात हफ्ते पहले उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला टकराव की स्थिति में है. सर्वेक्षणों में यह दिखाया गया है कि हाल ही में हुई बहस में मतदाताओं ने हैरिस को बेहतर अंक दिए हैं, लेकिन कई अन्य सर्वेक्षणों के अनुसार, दोनों के बीच प्रतिस्पर्धा बहुत कड़ी है, खासकर महत्वपूर्ण राज्यों में.
न्यू यॉर्क टाइम्स, फिलाडेल्फिया इन्क्वायरर और सिएना कॉलेज के सर्वेक्षण के अनुसार, 11-16 सितंबर के बीच 2,437 संभावित मतदाताओं में से हैरिस और ट्रंप दोनों ने 47% मत प्राप्त किए. त्रुटि का मार्जिन 3% तक हो सकता है.
पेंसिल्वेनिया में स्थिति
पेंसिल्वेनिया, जो एक महत्वपूर्ण राज्य है, में हैरिस ने 4 अंकों का लाभ बनाए रखा है. वहीं, वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, वहां भी दोनों उम्मीदवारों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा चल रही है. पेंसिल्वेनिया में 1,003 संभावित मतदाताओं में से 48% ने हैरिस को वोट देने की बात कही, जबकि 47% ने ट्रंप का समर्थन किया.
मतदाता की प्रेरणा
सर्वेक्षण में शामिल अधिकांश मतदाता यह मानते हैं कि चुनाव में भाग लेना बहुत महत्वपूर्ण है और वे लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रेरित हैं. हालांकि, यह तय करना मुश्किल है कि कौन सा उम्मीदवार स्वतंत्रता की रक्षा कर सकता है, क्योंकि 48% ने हैरिस को और 45% ने ट्रंप को चुना.
हैरिस की स्थिति
हैरिस, जो पूर्व अभियोजक और राज्य अटॉर्नी जनरल रह चुकी हैं, डेमोक्रेट्स की स्थिति मजबूत रखने के लिए चुनावी लड़ाई लड़ रही हैं. वहीं, ट्रंप चार आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं और 2020 के चुनाव में उनकी हार को धोखाधड़ी का परिणाम मानते हैं.
महत्वपूर्ण मुद्दे
सर्वेक्षण में यह भी देखा गया है कि अर्थव्यवस्था, गर्भपात, आव्रजन और लोकतंत्र के मुद्दे मतदाताओं के लिए महत्वपूर्ण हैं. हालिया रॉयटर्स/इप्सोस सर्वेक्षण में हैरिस को ट्रंप पर 5% की बढ़त मिली है.
टीमस्टर्स का समर्थन न होना
इंटरनेशनल ब्रदरहुड ऑफ़ टीमस्टर्स ने भी किसी उम्मीदवार का समर्थन नहीं किया है, जो दोनों उम्मीदवारों के लिए एक बड़ा झटका है. टीमस्टर्स के अध्यक्ष सीन ओ'ब्रायन ने कहा कि किसी भी प्रमुख उम्मीदवार ने कामकाजी लोगों के हितों को प्राथमिकता देने की गंभीरता नहीं दिखाई.