कौन हैं भारतीय छात्र बदर खान सूरी? हमास का सर्मथन करने पर ट्रम्प सरकार ने लिया एक्शन

Badar Khan Suri: अमेरिका में भारतीय छात्र पर हमास का समर्थन करने के आरोप में कार्रवाई की गई है. वाशिंगटन के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के छात्र बदर खान सूरी को हिरासत में लिया गया. सूरी को सोमवार रात को वर्जीनिया के रॉसलिन में उनके घर के बाहर से संघीय एजेंटों ने गिरफ्तार किया था.;

( Image Source:  @TomHoman_ )

Who is Badar Khan Suri: अमेरिकी सरकार ने एक भारतीय छात्र बदर खान सूरी पर कार्रवाई की है. वाशिंगटन के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय स्टूडेंट बदर पर हमास के साथ मिलकर सोशल मीडिया पर दुष्चार फैलाने का आरोप है. वाशिंगटन पुलिस ने एक्शन लेते हुए उसे हिरासत में लिया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन की कार्रवाई पर बदर खान सूरी ने कहा, ट्रम्प प्रशासन उसे अमेरिकी विदेश नीति के लिए नुकसान मानते हुए उसे निर्वासित करना चाहता है. इसलिए उन्होंने मेरे पर आरोप लगाया और कार्रवाई की.

कौन है बदर खान सूरी?

बदर खान सूरी एक रिसर्च हैं. सूरी ने 2020 में जामिया मिलिया इस्लामिया में नेल्सन मंडेला सेंटर फॉर पीस एंड कॉन्फ्लिक्ट रेजोल्यूशन से शांति और संघर्ष अध्ययन में पीएचडी की. वह स्टूडेंट वीजा पर अमेरिका में रह रहे हैं. सूरी ने अमेरिकी नागरिक मफीज सालेह से शादी की है. जो कि जॉर्जटाउन के अलवलीद बिन तलाल सेंटर फॉर मुस्लिम-क्रिस्चियन अंडरस्टैंडिंग में पोस्टडॉक्टरल फेलो हैं, जो यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ फॉरेन सर्विस का पार्ट है. जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के अनुसार, मफीज सालेह गाजा की रहने वाली हैं. उन्होंने कतर सरकार के फंडिंग वाले अल जजीरा और फिलिस्तीनी मीडिया आउटलेट्स के लिए लिखा है. उन्होंने युद्ध-ग्रस्त पट्टी में विदेश मंत्रालय के साथ भी काम किया है.

आरोपों पर छात्र का बयान

बदर खान सूरी के वकील ने कहा कि उन्हें लुइसियाना के एलेक्जेंड्रिया में हिरासत में लिया गया है. अब हम इमिग्रेशन कोर्ट में सुनवाई की तारीख का इंतजार है. वकील ने बताया कि सूरी को सोमवार रात को वर्जीनिया के रॉसलिन में उनके घर के बाहर से संघीय एजेंटों ने गिरफ्तार किया था. हालांकि व्हाइट हाउस की ओर से छात्र के खिलाफ आरोपों से जुड़े कोई सबूत नहीं दिए. विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने को पता चला था कि सूरी की हमास की गतिविधि में शामिल के कारण उसे निर्वासित किया जा सकता है. सूरी पर सोशल मीडिया पर यहूदी विरोधी भावना फैलाने का भी आरोप है.

ट्रम्प ने दी थी कार्रवाई की धमकी

अक्टूबर 2023 में हमास के हमले के बाद गाजा में इजरायल की कार्रवाइयों के खिलाफ फिलिस्तीनी समर्थक विरोध प्रदर्शनों में शामिल थे. इन उपायों से नागरिक अधिकारों और आप्रवासी समूहों की विरोध किया था, उनका कहना था कि प्रशासन सरकार के खिलाफ बोलने वाले लोगों को अनुचित तरीके से निशाना बना रहा है. वहीं ट्रम्प प्रशासन ने आरोप लगाया है कि फिलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारी यहूदी विरोधी हैं, जो गाजा और पश्चिमी तट में फिलिस्तीनियों के खिलाफ इजरायल की सैन्य कार्रवाई की किसी भी आलोचना से इनकार करते हैं.

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