सच्चे प्यार पर समय और शादी के लिए पैसे मत बर्बाद करो! आखिर क्यों 35 साल के इस युवक ने बसाई गुफा में अपनी दुनिया

35 साल का मिन हेंगकाई जिसे आधी दुनिया एक मॉडर्न सन्यासी के रूप में जानती है. उसने सांसारिक मोहमाया त्याग कर एक गुफा में अपनी दुनिया बसा ली है. आम इंसान की तरह हर रोज अपने ऑफिस जाने वाला और एक सामान्य जिंदगी जीने वाले हेंगकाई ने एक दिन फैसला लिया कि वह यह सब छोड़कर कहीं दूर बस जाएगा.;

Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 11 Jun 2025 6:28 PM IST

सिचुआन की पहाड़ियों के बीच, एक शांत और गूंजती हुई गुफा में एक इंसान बसता है जिसने दुनिया की भागदौड़, रिश्तों की उलझनों और पैसे की दौड़ से खुद को अलग कर लिया है. उसका नाम है मिन हेंगकाई, उम्र 35 साल. एक समय था जब मिन भी बाकी लोगों की तरह हर सुबह एक नौकरी पर जाता था, एक उद्देश्य के पीछे दौड़ता था पैसे कमाने के लिए, कर्ज चुकाने के लिए, शायद एक दिन शादी करने के लिए लेकिन फिर एक दिन उसे ऐसा न करने का ख्याल आया और उसने अपनी सफल जिंदगी का अपने ही हाथों अंत कर लिया. 

2021 तक मिन एक राइड-हेलिंग ऐप का ड्राइवर था और हर महीने करीब 10,000 युआन (लगभग $1,400) की कमाई करता था. लेकिन काम के घंटे 10 से ऊपर होते थे और कमाई का ज्यादातर हिस्सा बैंक की किश्तों में चला जाता था. थकान और खालीपन ने धीरे-धीरे उसकी आत्मा को घेर लिया. एक दिन, शहर की चकाचौंध से ऊबकर, मिन ने फैसला लिया और खुद से कहा, 'अब बस, ये सब मेरे लिए नहीं है. उस समय उस पर 42,000 डॉलर (भारतीय रूपये के अनुसार 35 लाख) का कर्ज था, लेकिन उसने परवाह करना छोड़ दिया. उसके रिश्तेदारों ने उसकी कुछ संपत्ति बेचकर बकाया चुका दिया. लेकिन मिन ने खुद को एक नई दिशा में मोड़ लिया. 

गुफा को बनाया ‘घर’

एक ग्रामीण के साथ ज़मीन का आदान-प्रदान करने के बाद, मिन को एक पहाड़ी गुफा तक पहुंच मिली. उसने अपनी सारी बचत करीब 6,000 डॉलर (भारतीय रूपये के अनुसार 5 लाख) खर्च करके 50 वर्ग मीटर की गुफा को रहने लायक बनाया. अब वो यही गुफा उसका संसार है, वो इसे 'ब्लैक होल' कहता है, एक ऐसी जगह जो उसे खुद की वैल्यू और जीवन के कुछ पलो का एहसास दिलाती है. 

सादगी में ही सुख है 

हर सुबह आठ बजे उठना, अपनी ज़मीन पर काम करना, किताबें पढ़ना, पहाड़ियों में घूमना और फिर रात को 10 बजे तक सो जाना. यही उसकी दिनचर्या है. वह अधिकतर अपनी उगाई हुई सब्ज़ियों और अनाज से अपना गुज़ारा करता है. पैसे की ज़रूरत न के बराबर होती है. शादी और प्यार के बारे में उसका नजरिया भी उतना ही सादा है जितना उसका जीवन. वो कहता है, 'सच्चा प्यार बहुत दुर्लभ है. मैं इतनी दुर्लभ चीज़ के लिए मेहनत क्यों करूं? उसके अनुसार शादी सिर्फ समय और पैसे की बर्बादी है. 

एक गुफा से सोशल मीडिया तक

हालांकि उसने भौतिक दुनिया से दूरी बना ली है, लेकिन उसका सोशल मीडिया से नाता बना हुआ है. मिन अपने गुफा-जीवन की झलकियां समय-समय पर पोस्ट करता है. उसके 40,000 से ज़्यादा फॉलोअर्स हैं. कुछ उसे मॉडर्न फिलॉसफर कहते हैं, तो कुछ उसे दिखावा करने वाला मानते हैं. जो इंटरनेट की दुनिया से मुनाफा उठाते हुए साधु बनने का ढोंग कर रहा है. लेकिन मिन को इन सबसे फर्क नहीं पड़ता, उसके लिए असली आज़ादी उस गुफा में है, जहां न बॉस की आवाज़ है, न ईएमआई का डर, और न ही किसी समाजिक अपेक्षा का बोझ.

एक सवाल छोड़ता है पीछे

मिन हेंगकाई की कहानी एक सवाल छोड़ जाती है — क्या हम सब भी कभी रुके हैं, अपने जीवन की तेज़ रफ्तार से हटकर यह सोचने के लिए कि जो हम कर रहे हैं, क्या वो सच में ज़रूरी है?

कभी-कभी, हो सकता है... ब्लैक होल में ही जवाब छिपा हो।

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