इंस्पेक्टर मधुकर ज़ेंडे का नाम सुनते ही हिम्मत और ईमानदारी की मिसाल याद आती है. यह वही बहादुर पुलिस अधिकारी हैं जिन्होंने विश्व के सबसे खतरनाक अपराधियों में से एक, 'बिकिनी किलर' के नाम से कुख्यात चार्ल्स शोभराज को दो बार पकड़ा. पहली बार उन्होंने मुंबई के ताज होटल में उसे पकड़ने में सफलता पाई और दूसरी बार गोवा में, जब शोभराज तिहाड़ जेल से भाग निकला था. ज़ेंडे की बेबाक कार्रवाई और अद्वितीय साहस ने उन्हें राष्ट्रीय नायक बना दिया. उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से सम्मान मिला, लता मंगेशकर ने उनकी प्रशंसा की, और वे अमूल के विज्ञापन में भी नजर आए. उनकी कहानी इतनी प्रेरक रही कि इसे नेटफ्लिक्स पर 'इंस्पेक्टर ज़ेंडे' नाम से फिल्म रूप में भी प्रस्तुत किया गया. इस वीडियो में देखिए उनके संघर्ष, ईमानदारी और अद्वितीय वीरता की प्रेरणादायक कहानी.