बिहार में SIR को लेकर उठे ‘वोट चोरी’ के आरोपों ने देश की राजनीति में भूचाल ला दिया है. विपक्ष लगातार चुनाव आयोग पर निशाना साध रहा है, वहीं रविवार को मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ शब्दों में कहा कि इन आरोपों का कोई ठोस आधार नहीं है. उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि या तो हलफनामा दाखिल करें या फिर जनता से माफी मांगें. इस बयान के बाद विपक्ष और चुनाव आयोग के बीच टकराव और भी गहरा गया है. अब सियासी हलकों में चर्चा है कि विपक्ष, खासकर कांग्रेस, मुख्य चुनाव आयुक्त को हटाने का प्रस्ताव ला सकती है. लेकिन सवाल यह है कि CEC को हटाने की संवैधानिक प्रक्रिया क्या है और यह कितनी जटिल है.