बिहार के जीतन राम मांझी का जीवन संघर्ष और सफलता की मिसाल है. एक गरीब मुसहर समुदाय के लड़के के रूप में जन्मे मांझी ने जातिगत भेदभाव और गरीबी के बावजूद अपने सपनों को साकार किया. वे बिहार के पहले महादलित मुख्यमंत्री बने और बाद में केंद्रीय मंत्री भी बनाए गए. जीतन राम मांझी ने शिक्षा के जरिए अपने लिए रास्ता बनाया और राजनीति में कदम रखा. कांग्रेस से टिकट पाने के संघर्ष, विभिन्न सरकारों में मंत्री बनने और अपने समुदाय के लिए लड़ाई करने की उनकी कहानी साहस, दृढ़ता और अडिग महत्वाकांक्षा की परिचायक है. उन्होंने जगन्नाथ मिश्र, लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार जैसे नेताओं के साथ गठबंधन किया और चुनावी हार-जीत का सामना करते हुए अंततः अपनी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) भी बनाई. यह कहानी दिखाती है कि कैसे मांझी ने सामाजिक बाधाओं और राजनीतिक संघर्षों को पार कर अपनी पहचान बनाई. उनका जीवन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा, आशा और संघर्ष की मिसाल है... देखें पूरी कहानी और जानें कैसे मांझी ने 'अछूत' से मुख्यमंत्री बनने तक का सफर तय किया.