सालों से इज़रायल अपने ‘आयरन डोम’ पर नाज़ करता था, वह कवच जिसे कोई मिसाइल भेद नहीं सकती. लेकिन इस बार ईरान के हमलों ने यह घमंड चकनाचूर कर दिया. जब 150 से ज़्यादा आग के गोले जैसी मिसाइलें तेल अवीव और अन्य शहरों पर बरसीं, तो पूरा इज़रायल कांप उठा. अब तक इज़राइल का सामना ग़ाज़ा के फिलिस्तीनियों, हिज़बुल्ला के लड़ाकों और यमन के हूती विद्रोहियों से था - जिनके पास न तो देश है, न संसाधन. लेकिन इस बार मुकाबला ईरान जैसे ताकतवर देश से था. तीन अरब युद्धों में विजयी रह चुका इज़रायल खुद को अजेय और अभेद्य मानता था, अमेरिका और पश्चिमी ताकतों के समर्थन से उसका घमंड आसमान छूने लगा था. लेकिन इस बार ईरान ने वही घमंड धूल में मिला दिया.