नेपाल में जारी विरोध प्रदर्शन और हिंसा ने देश की राजनीतिक स्थिरता और विदेशी प्रभाव पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सरकार ने सुरक्षा कारणों से 26 सोशल मीडिया ऐप्स पर बैन लगाया, लेकिन चीन की कंपनी TikTok को छूट मिली. रिपोर्ट्स बताती हैं कि TikTok ने नेपाल टेलीकॉम अथॉरिटी के साथ तेजी से रजिस्ट्रेशन कर लिया, जिससे बैन से बच गया. युवाओं की बेरोजगारी, भारत-नेपाल-चीन विवाद और चीन से निवेश के दबाव ने आंदोलन को और भड़काया है. यह संकट सिर्फ आंतरिक नहीं बल्कि बाहरी प्रभाव से भी जुड़ा हो सकता है. तो क्या है नेपाल में बवाल का चीन कनेक्शन?