‘देशद्रोही लैब का मालिक कौन?’ नेहा सिंह राठौर ने पतंजलि घी विवाद पर कसा तंज, सरकार से पूछा सवाल-ED कब डालेगी रेड

पतंजलि की कंपनी और उसके संस्थापक रामदेव एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं, लेकिन इस बार कारण कुछ और नहीं बल्कि गाय के घी का गुणवत्ता विवाद है. 2020 में लिए गए एक सैंपल के टेस्ट में पतंजलि का घी फेल पाया गया है.;

( Image Source:  instagram-@nehafolksinger )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 29 Nov 2025 3:13 PM IST

पतंजलि के गाय के घी का सैंपल लैब टेस्ट में फेल होना अब सिर्फ एक गुणवत्ता विवाद नहीं रहा, बल्कि सोशल मीडिया पर राजनीतिक और सामाजिक चर्चा का बड़ा मुद्दा बन गया है. कोर्ट द्वारा रामदेव की कंपनी पर 1.4 लाख रुपये का जुर्माना लगाए जाने के बाद मामला और भी गर्म हो गया.

इसी बीच लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने इस खबर को लेकर तीखा तंज कसा है, जिसने बहस को और तेज कर दिया है. उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है, जहां लोग पतंजलि की गुणवत्ता, सरकारी कार्रवाई और दोहरे मानदंडों पर खुलकर सवाल उठा रहे हैं.

सैंपल टेस्ट में फेल हुआ घी

खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त आरके शर्मा के अनुसार, यह मामला 2020 में लिए गए एक सैंपल से जुड़ा है. जांच के दौरान यह पाया गया कि पतंजलि के गाय के घी में गुणवत्ता मानकों का उल्लंघन हुआ है, जिसके आधार पर कंपनी को जुर्माना लगाया गया. 1.4 लाख रुपये की राशि बताई गई है, जो ऐसे मामलों में आम तौर पर निर्धारित सीमा के अनुसार है. 

लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने कसा तंज

इस मामले में नेहा सिंह राठौर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर चुटकी लेते हुए तंज कसा. उन्होंने लिखा कि रामदेव की कंपनी का घी लैब टेस्ट में फेल हो गया और कोर्ट ने 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. उन्होंने सवाल उठाया कि इस “देशद्रोही लैब” का संचालक कौन है और सरकार कब कार्रवाई करेगी. नेहा के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने भी प्रतिक्रियाएं दी.

यूजर्स के रिएक्शन्स 

नेहा के पोस्ट पर कई यूजर्स ने अपनी नाराजगी व्यक्त की. एक यूजर ने लिखा कि “स्वदेशी के नाम पर जनता को लूट रहे हैं.” वहीं एक अन्य यूजर ने कहा कि अगर कोई आम व्यापारी ऐसा करता, तो तत्काल कार्रवाई होती. उन्होंने जुर्माने को बहुत मामूली बताया और आरोप लगाया कि देशभक्त होने के नाते इस तरह की कंपनियों पर अधिक कठोर कार्रवाई नहीं हो रही.

यह मामला न केवल एक व्यापारिक विवाद बनकर उभरा है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर बहस तेज हो गई है. गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के साथ-साथ जनता की प्रतिक्रिया इस घटना को व्यापक चर्चा का विषय बना रही है.

Similar News