अब उत्तराखंड में बाबा बर्फानी के दर्शन! SDRF ने नेलांग घाटी में खोज निकाला अमरनाथ जैसे शिवलिंग की आकृति
Uttarkashi News: उत्तराखंड में SDRF ने नेलांग नीलापानी इलाके में 6,054 मीटर की ऐसी चोटी पर चढ़ने में सफलता हासिल की है.इसकी जगह पर बर्फ से बनी शिवलिंग की आकृति मिली है. आने वाले दिनों में छोटे अमरनाथ के दर्शन के लिए भी यात्रा शुरू हो सकती है.;
Amarnath In Uttarakhand: कश्मीर में स्थित भगवान शिव की अमरनाथ गुफा की यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो गई है. हजारों की संख्या में शिव भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं बर्फ से बना शिवलिंग सिर्फ कश्मीर में ही नहीं बल्कि उत्तराखंड में भी स्थित है. दरअसल राज्य में चीन सीमा पर अमरनाथ जैसी शिवलिंग की आकृति मिली है.
जानकारी के अनुसार, उत्तरकाशी के नेलांग घाटी के पास स्टेट डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (SDRF) ने इस बर्फ से बने शिवलिंग को खोज निकाला है. यहां पर एक नंदी की आकृति भी मिली है. इस चमत्कार से पूरे उत्तराखंड में इस स्थान को छोटा अमरनाथ कहा जा रहा है. हर कोई हैरान है कि कैसे अपने आप शिवलिंग प्रकट हो जाएगा.
सरकार को भेजी रिपोर्ट
इस बारे में SDRF ने उत्तराखंड सरकार को एक रिपोर्ट भेजी है. अब सरकार जांच करेगी और हो सकता है आने वाले दिनों में छोटे अमरनाथ के दर्शन के लिए भी यात्रा शुरू हो जाए. बता दें कि SDRF राज्य में नेलांग घाटी की चोटियों को झंडा फतह करने निकला था.
टीम ने नेलांग नीलापानी इलाके में 6,054 मीटर की ऐसी चोटी पर चढ़ने में सफलता हासिल की है. यह चोटी करीब 4300 मीटर की ऊंचाई पर है. इसकी जगह पर बर्फ से बनी शिवलिंग की आकृति मिली है. बता दें कि कश्मीर का अमरनाथ में शिवलिंग करीब 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
ऐसे पहुंचे शिवलिंग देखने
उत्तराखंड के बर्फ के शिवलिंग को देखने के लिए आपको लंबा ट्रैक करना पड़ेगा. गंगोत्री से 10 किलोमीटर पहले लंकापुल के पास से नेलांग घाटी पहुंचने का मार्ग शुरू होता है. हालांकि यात्रा शुरू करने के लिए स्थानीय प्रशासन की अनुमति लेना बेहद जरूरी है. आप नीलापानी तक गाड़ी से पहुंचेंगे उसके बाद पैदल यात्रा करनी होगी.
ट्रैक के दौरान आपको सुंदर बर्फीले रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. घाटी का नजारा बेहद खूबसूरत होता है. करीब साढ़े 4 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई करने के बाद आपको शिवलिंग देखने को मिलेगा. यहां पर लांग वैली में पार्वती कुंड भी है.
सीएम धामी क्या बोले?
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्रैकिंग और खेलों के लिए नई जगह की खोज करने का निर्देश दिया था. इसके बाद ही SDRF की टीम ने राज्य की उन चोटियों पर ट्रैक करना शुरू किया, जहां अब तक कोई इंसान नहीं गया था. टीम का ये अभियान अभी भी जारी है.