बस कुछ दिन और... 30 अप्रैल से खुलेंगे उत्तराखंड के चारधाम, जानें रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस
Uttarakhand Chardham Yatra 2025: उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा 30 अप्रैल से शुरू हो रही है. 11 मार्च से आप यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. हर साल 6 महीने के लिए इनके कपाट खोले जाते हैं और भाईदूज के दिन तक खुलेंगे रहते हैं इसके बाद सर्दियों में कपाट एक बार फिर से बंद हो जाते हैं,;
Char Dham Yatra 2025: उत्तराखंड के चारधाम केदारनाथ, बद्रीनाथ. यमुनोत्री और गंगोत्री में दर्शन के लिए देश-विदेश के हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु देवभूमि आते हैं. उत्तराखंड प्रशासन ने साल 2025 की यात्रा की तैयारी अभी से शुरू कर दी है. इस साल 30 अप्रैल से धार्मिक यात्रा शुरू होने वाली है. चारधाम में दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी होता है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस साल चारधाम के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 11 मार्च 2025 से शुरू हो जाएगी. इसके लिए आधार कार्ड को जोड़ने की तैयारी की जा रही है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अधिकारियों को सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के लिए निर्देश दे दिए हैं. बड़े पैमाने पर प्रशासन तैयारी में जुटा हुआ है.
पिछले साल से ज्यादा होगी संख्या
बीते साल चारधाम यात्रा करीब 46 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने की थी. इस बार यह आंकड़ा और भी बढ़ने का अनुमान है. उत्तराखंड के ये चारों धाम उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में स्थित है. हर साल 6 महीने के लिए इनके कपाट खोले जाते हैं और भाईदूज के दिन तक खुलेंगे रहते हैं इसके बाद सर्दियों में कपाट एक बार फिर से बंद हो जाते हैं, रिपोर्ट के मुताबिक, गंगोत्री और यमुनोत्री 30 अप्रैल, बद्रीनाथ 2 मई और केदारनाथ के कपाट 4 मई 2025 को खुलेंगे.
चारधाम का महत्व
यमुनोत्री- आस्था से भरी चारधाम यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री मंदिर से होती है. इस मंदिर में मां यमुना की पूजा की जाती है. यहां पर एक गर्म पानी का कुंड है, जिसे नहाने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
गंगोत्री- यमुनोत्री के बाद गंगोत्री मंदिर में मां गंगा के दर्शन किए जाते हैं. मां को मोक्षदायिनी माना जाता है. यह मंदिर गंगा का उद्गम स्थल है. यहां से गौमुख जाने का रास्ता है.
केदारनाथ- केदारनाथ धाम भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंग में से एक है. यहां लाखों की संख्या में शिवभक्त 16-17 किलोमीटर की यात्रा तक करके पहुंचते हैं.
बद्रीनाथ- बद्रीनाथ भारत के चारधाम में से एक है. यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है. भगवान के दर्शन करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं. इस मंदिर को मोक्ष का द्वार भी कहा जाता है.
कैसे करें यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन?
- चारधाम यात्रा के लिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
- आप उत्तराखंड सरकारी की ऑफिशियल वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
- इसके लिए श्रद्धालुओं को पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर की जरूरत मिलेगी.
- हरिद्वार में बहुत जगह ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए काउंटर मिल जाएंगे.