अब नहीं चलेगा पाखंड का प्रपंच, ढोंगी बाबाओं की दुकानों पर ताला लगाएगी धामी सरकार, जानें क्या है ऑपरेशन कालनेमि?

उत्तराखंड अब ऐसे ढोंगियों का अड्डा नहीं बनेगा. यहां की फिजाओं में फिर से वही पवित्रता और श्रद्धा की अनुभूति होगी जो इसे देवभूमि का दर्जा दिलाती है. कालनेमि चाहे किसी भी रूप में हो, अब उसका पर्दाफाश निश्चित है. सरकार ऑपरेशन कालनेमि के तहत ऐसे लोगों को बेनकाब करेगी.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 10 July 2025 3:31 PM IST

उत्तराखंड, जिसे हम श्रद्धा और आस्था की भूमि के रूप में जानते हैं, जहां हर घाटी, हर पर्वत और हर धारा में सनातन संस्कृति की गूंज सुनाई देती है. वही उत्तराखंड आज एक गंभीर खतरे से जूझ रहा है. यह संकट बाहर से नहीं, भीतर से है. ढोंगी बाबाओं और साधुओं की ऐसी टोली इस देवभूमि पर पैर पसार रही है, जो धर्म की आड़ में अधर्म फैला रही है.

गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन पाखंडियों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने की घोषणा की. उन्होंने प्रदेश के अधिकारियों को ऑपरेशन कालनेमि शुरू करने के सख्त निर्देश दिए हैं. यह ऑपरेशन ऐसे असामाजिक तत्वों की पहचान करेगा, जो साधु-संतों का भेष धरकर लोगों को ठगने और विशेष रूप से महिलाओं के साथ छल करने का काम कर रहे हैं.

जब अधर्म ने लिया धर्म का चोला

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 'जैसे त्रेता युग में असुर कालनेमि ने साधु का भेष धारण कर भगवान हनुमान को भ्रमित करने का प्रयास किया था. वैसे ही आज भी समाज में कई कालनेमि सक्रिय हैं. ये पाखंडी भेष तो साधु-संतों का रखते हैं, लेकिन कर्म उनके पूरी तरह अधार्मिक होते हैं. ये धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओं से खेलते हैं और समाज में भय, भ्रम और अविश्वास का माहौल फैलाते हैं.'

सनातन की रक्षा का संकल्प

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह केवल कानून व्यवस्था का नहीं, बल्कि आस्था और संस्कृति की रक्षा का भी मामला है. उन्होंने कहा कि  'हमारी सरकार सनातन संस्कृति की गरिमा, सामाजिक सौहार्द और जनभावनाओं की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. आस्था के नाम पर पाखंड फैलाने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.'

हर नकली बाबा का होगा पर्दाफाश

ऑपरेशन कालनेमि केवल एक अभियान नहीं, एक सांस्कृतिक शुद्धि की प्रक्रिया है. यह उत्तराखंड की पहचान, उसकी पवित्रता और धार्मिक गरिमा को बनाए रखने की दिशा में उठाया गया ऐतिहासिक कदम है. अब कोई भी व्यक्ति अगर धर्म का मुखौटा पहनकर अधर्म करेगा, तो वह कानून की कठोर पकड़ से नहीं बच पाएगा.



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