IIT रुड़की में शर्मनाक हरकत! प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप हुआ साबित, अब गई नौकरी
IIT रुड़की में एक 60 साल के प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप साबित हो चुका है. पीएचडी की स्टूडेंट ने जनवरी के महीने में शिकायत की थी. इंस्टीट्यूट ने इस मामले में एक्शन लेते हुए प्रोफेसर को नौकरी से निकाल दिया है.;
आईआईटी रुड़की, जो देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक है. वहां के इतिहास में पहली बार एक ऐसा फैसला लिया गया जिसने सभी को चौंका दिया. डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में पढ़ाने वाले 60 साल के प्रोफेसर जिल्लुर रहमान पर एक पीएचडी छात्रा ने यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया.
यह आरोप सिर्फ हवा में नहीं था. इंस्टीट्यूट की आंतरिक जांच समिति ने मामले की पूरी जांच की. सबूतों को परखा और फिर अपनी रिपोर्ट में आरोपों को सही पाया.
पीएचडी की स्टूडेंट ने लगाया आरोप
सब कुछ जनवरी में शुरू हुआ, जब एक पीएचडी छात्रा ने अपने गाइड प्रोफेसर जिल्लुर रहमान पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई. यह मामला बेहद संवेदनशील था. इसलिए संस्थान ने तुरंत आंतरिक जांच शुरू कर दी. जांच के दौरान प्रोफेसर रहमान को दो बार अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया, ताकि वे खुद को सही साबित कर सकें. लेकिन जांच समिति ने सबूतों के आधार पर तय किया कि शिकायत गंभीर और सही है.
नौकरी से निकाला
इसके बाद, आईआईटी मैनेजमेंट ने बड़ा और सख्त कदम उठाते हुए प्रोफेसर रहमान को नौकरी से निकाल दिया. प्रोफेसर रहमान इंस्टीट्यूट में मार्केटिंग मैनेजमेंट पढ़ाते थे और बर्खास्तगी के समय 15 से ज्यादा पीएचडी स्टूडेंट को सुपरवाइज कर रहे थे.
सौंपा बर्खास्तगी का पत्र
इसके बाद, 15 अप्रैल को आईआईटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (BOG) की बैठक हुई, जिसमें प्रोफेसर रहमान को नौकरी से निकालने का फैसला लिया गया. सोमवार शाम अधिकारियों ने उन्हें बर्खास्तगी का पत्र सौंपा और मंगलवार शाम को संस्थान ने यह बात सार्वजनिक रूप से बताई.
जिल्लुर रहमान के बारे में
जिल्लुर रहमान ने अपनी पढ़ाई की शुरुआत से लेकर पीएचडी तक की सारी डिग्रियां अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पूरी की थीं. एक समय पर आईआईटी रुड़की में एक जाने-माने प्रोफेसर माने जाते थे. वे मैनेजमेंट स्टडीज में पढ़ाते थे और वहां के हेड ऑफ डिपार्टमेट भी रह चुके थे.