मनसा देवी मंदिर भगदड़ मामला: मरने वालों की संख्या हुई 8, परिजनों को मिलेंगे 2-2 लाख रुपये; पढ़ें अब तक के 10 बड़े अपडेट्स
उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह भगदड़ मचने से कम से कम 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हो गए. घटना उस वक्त हुई जब मंदिर में भारी भीड़ जमा थी और करंट फैलने की अफवाह फैल गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई. पुलिस के अनुसार, भगदड़ के दौरान महिलाएं और बच्चे भी कुचले गए. पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख जताया है. सीएम धामी ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं.;
Haridwar stampede, Mansa Devi temple incident: उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ के बीच भगदड़ मच गई. इस दर्दनाक हादसे में अब तक 8 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं. यह हादसा सुबह करीब 9 बजे हुआ, जब सैकड़ों श्रद्धालु शिखर पर स्थित मंदिर में पूजा के लिए पहुंचे थे. पुलिस के अनुसार, यह भगदड़ एक अफवाह के कारण मची, जिसमें कहा गया था कि मंदिर की सीढ़ियों के पास करंट फैल गया है. इस अफवाह से लोगों में घबराहट फैल गई और अफरा-तफरी के बीच भगदड़ जैसी स्थिति बन गई.
वीडियो में देखा गया कि भीड़ में मौजूद एक व्यक्ति बार-बार लोगों से पीछे लौटने की अपील कर रहा था, लेकिन चारों ओर से भीड़ बढ़ती ही जा रही थी. एक अन्य वीडियो में लोग, खासकर महिलाएं और बच्चे, बुरी तरह फंसे हुए नजर आए.
मनसा देवी मंदिर भगदड़ मामले में 10 बड़े अपडेट्स
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मनसा देवी मंदिर भगदड़ मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
- सीएम धामी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, "मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ की दुखद खबर मिली है. पुलिस, SDRF और राहत दल मौके पर मौजूद हैं. मैं स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहा हूं."
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. उन्होंने एक्स (X) पर लिखा, "हरिद्वार की घटना से अत्यंत दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं."
- हरिद्वार के SSP प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बताया कि करीब 35 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने कहा कि अब एक मार्ग व्यवस्था लागू की जाएगी, ताकि दोबारा कभी ऐसा घटना न हो. फिलहाल, मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
- आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, ताकि लोग मृतकों और घायलों की जानकारी प्राप्त कर सकें. जिला आपातकालीन संचालन केंद्र, हरिद्वार: 01334-223999, 9068197350, 9528250926, राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र, देहरादून: 0135-2710334, 2710335, 8218867005, ९०५८४४१४०४
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए इसे पीड़ादायक और मन को व्यथित करने वाला बताया है. उन्होंने यूपी के मारे गए श्रद्धालुओं के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के साथ ही उनके शव को उनके घर तक पहुंचाने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.
- मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है. मुख्यमंत्री धामी ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.
- हादसे के बाद महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि जिस रास्ते से श्रद्धालु आ रहे थे, उसी रास्ते से वापस जा रहे थे. इस वजह से भीड़ काफी बढ़ गई है, जिससे हादसा हुआ.
- हादसे के बाद यह सवाल भी उठ रहे हैं कि अगर कांवड़ यात्रा के दौरान हर की पैड़ी पर क्राउड मैनेजमेंट व्यवस्था के तहत आने और जाने का रास्ता अळग है तो यात्रियों के लिए संकरी सीढ़ियों पर आने-जाने के लिए अलग रास्ता क्यों नहीं बनाया गया. इसका जवाब हरिद्वार पुलिस को देना चाहिए.
गौरतलब है कि मानसा देवी मंदिर, हरिद्वार के पांच पवित्र तीर्थ स्थलों (पंच तीर्थ) में से एक है. रविवार होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां एकत्रित हुए थे.