मैं तुम्हें करोड़पति बना दूंगी... हल्द्वानी में ट्रेंडिंग और शादी का प्रपोजल देकर 14 लाख की ठगी

Haldwani News: हल्द्वानी के डहरिया निवासी राजेश यादव की रिचा सचदेवा ने सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई. महिला ने खुद को दिल्ली की रहने वाली बताया. फिर से 14 लाख रुपये की ठगी लिए. शुरुआत में 25 हजार और 12 किस्तों में 14 लाख से ज्यादा इंवेस्ट किए. जब महिला से शेयर विड्रॉल को कहा तो वह बहाने बनाने लगी.;

( Image Source:  META AI )
Edited By :  निशा श्रीवास्तव
Updated On : 5 Dec 2025 5:56 PM IST

Haldwani News: सोशल मीडिया के दौर में पेमेंट और शॉपिंग से लेकर शादी तक ऑनलाइन हो रही है. दोस्ती के नाम पर कभी लड़के तो कभी लड़कियां एक-दूसरे को अपने प्यार के चक्कर में फंसाकर उनसे लाखों की ठगी कर रहे हैं. अब उत्तराखंड के हल्द्वानी से यह मामला सामने आया है. यहां एक लड़के से 14 लाख रुपये ठग लिए गए.

महिला ने पीड़ित से पहले दोस्ती की फिर उसे ट्रेडिंग के लिए लालच दिया. करोड़पति के सपने दिखाए और पैसे वापस करने के नाम पर हजारों का टैक्स बताकर लाखों हड़कंप लिए. बाद में युवक ने पुलिस में आरोपी महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.

क्या है मामला?

हल्द्वानी के डहरिया निवासी राजेश यादव की रिचा सचदेवा ने सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई. महिला ने खुद को दिल्ली की रहने वाली बताया. दोनों के बीच रोजाना घंटों बातें होने लगी और एक दिन महिला ने उसे शादी के लिए प्रपोज किया. महिला ने कहा, वह ट्रेडिंग में इंवेस्ट करके लाखों रुपये रोज कमाती है. तीन महीने के अंदर एक करोड़ रुपये कमाने का लालच दिया.

पीड़ित ने बताया कि उसने महिला पर भरोसा करके पैसे लगा दिए. शुरुआत में 25 हजार और 12 किस्तों में 14 लाख से ज्यादा इंवेस्ट किए. जब महिला से शेयर विड्रॉल को कहा तो वह बहाने बनाने लगी. तब उसे एहसास हुआ कि उसे साथ फ्रॉड हो रहा है. पीड़ित ने महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.

फर्जी डॉक्टर बनकर 50 लाख की ठगी

देहरादून में एक व्यक्ति से 50 लाख रुपये का साइबर ठगी की गई. आरोपियों ने डॉक्टर बनकर दोस्ती की और कस्टम अधिकारी बनकर ठगी की घटना को अंजाम दिया. इस मामले में एसटीएफ एक साइबर ठग को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस अन्य मामलों की भी जांच कर रही है.

ऐसे करें साइबर ठगों से खुद की रक्षा

  • हर अकाउंट के लिए अलग और पासवर्ड चुनें. पासवर्ड मैनेजर की मदद से इसे सुरक्षित रूप से स्टोर करें.
  • ऐप-बेस्ड ऑथेंटिकेटर जैसी सर्विस का उपयोग कर अतिरिक्त सुरक्षा जोड़ें. यह पासवर्ड टूटने पर भी सुरक्षा प्रदान करता है.
  • अनजाने या संदिग्ध स्रोतों के लिंक पर क्लिक न करें. वित्तीय या निजी जानकारी की मांग करने वाले ईमेल या मैसेज की जांच करें.
  • सिस्टम, ऐप्स और ब्राउजर्स को अपडेट रखें. ये पैचेस सुरक्षा खामियों को रोकते हैं जो कि ठगों द्वारा उपयोग की जा सकती हैं.

Similar News