Char Dham Yatra 2025 : शुरू हुई पवित्र चार धाम की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, इन बातों का रखें ध्यान
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए सरकारी वेबसाइट पर जाएं: उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा के लिए एक आधिकारिक वेबसाइट बनाई है. आप उत्तराखंड चार धाम यात्रा वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.;
उत्तराखंड के सबसे पवित्र धाम यानी चार धाम की यात्रा 4 मई 2025 से शुरू होने जा रही है. हालांकि इस यात्रा पहले सभी श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करनी होती है जो 20 मार्च से शुरू होने वाली है. हालांकि रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह सुविधाजनक है.
जहां 60 प्रतिशत रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किए जाएंगे, वहीं 40 प्रतिशत ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे. चारधाम यात्रा के इच्छुक श्रद्धालु उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर आधार कार्ड के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. बता दें कि चार धाम में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए सरकारी वेबसाइट पर जाएं: उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा के लिए एक आधिकारिक वेबसाइट बनाई है. आप उत्तराखंड चार धाम यात्रा वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. फिर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें, वेबसाइट पर जाकर आपको यात्रा के लिए एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म मिलेगा. उसमें आपकी व्यक्तिगत जानकारी भरे जैसे: नाम, पता, फ़ोन नंबर, उम्र, लिंग, हेल्थ अपडेट, यात्रा की तारीखें और अन्य जानकारी भरनी होगी. वहीं यात्रा के लिए कुछ स्पेशल हेल्थ सर्टिफिकेट की जरूरत हो सकती है, खासकर अगर आप किसी मेडिकल समस्या से गुजर रहे हैं. इसके लिए डॉक्टर का सर्टिफिकेट भी अपलोड करना पड़ सकता है. जब आप ऑनलाइन फॉर्म पूरा कर लेंगे, तो आपको एक मेल या मैसेज मिलेगा. इसे प्रिंट करके अपने पास रखें, क्योंकि यह यात्रा के दौरान आपको दिखाना हो सकता है.
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
उत्तराखंड में यात्रा के विभिन्न रजिस्ट्रेशन केंद्र हैं, जहां आप व्यक्तिगत रूप से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. ये केंद्र आमतौर पर यात्रा मार्गों के पास स्थित होते हैं, जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश, आदि. आपको इसमें भी अपनी पहचान पत्र, उम्र प्रमाण पत्र और स्वास्थ्य संबंधी डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे. बता दें कि चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन के लिए किसी भी तरह का शुल्क नहीं लगता है. चाहे वह ऑफलाइन हो या ऑनलाइन. इस प्रक्रिया को सिर्फ आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर रखते हुए किया जाता है.