सुनो सब 2-2 मुट्ठी चावल लेकर आना वरना... सरकारी दफ्तर में बॉस की सर्विस बुक गुम होने पर कर्मचारियों को सुनाया फरमान
Champawat News: चंपावत के सरकारी दफ्तर में बॉस की सर्विस बुक गुम होने पर कर्मचारियों को अजीबोगरीब आदेश दिया गया. एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आशुतोष कुमार ने कर्मचारियों को आदेश दिया था. उन्होंने सभी को शनिवार 17 मई को अपने घर से ऑफिस आते वक्त 2-2 मुट्ठी चावल लाने को कहा. इस चावल को देवता को अर्पित किया जाएगा.;
Champawat News: अक्सर लोग किसी काम में अड़चन आने पर भगवान से प्रार्थना करते हैं. उन्हें प्रसन्न करने के लिए अर्जी लगाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है ऑफिस के काम को लेकर कोई अर्जी लगाता हो. उत्तराखंड के चंपावत जिले में ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां पर लोहाघाट में लोक निर्माण विभाग नेशनल हाइवे खंड दफ्तर का यह मामला है. एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने कर्मचारियों के लिए अजीबोगरीब फरमान जारी किया है.
जानकारी के अनुसार, सरकारी दफ्तर में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर का सर्विस मैनुअल खो गया था, जिसे ढूंढने के लिए बॉस से लेकर स्टाफ लग गए. फिर अधिकारी ने सभी कर्मचारियों से अपने घर से दो-दो मुट्ठी चावल देवी-देवताओं को चढ़ाने का आदेश दिया. मामले का खुलासा होते ही सब हैरान हो गए हैं कि ये कौन सी अर्जी है.
दो मुट्ठी चावल लाने का आदेश
एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आशुतोष कुमार ने कर्मचारियों को आदेश दिया था. उन्होंने सभी को शनिवार 17 मई को अपने घर से ऑफिस आते वक्त 2-2 मुट्ठी चावल लाने को कहा. इस चावल को देवता को अर्पित किया जाएगा. सर्विस मैनुअल बुक अलमारी से गायब हो गई तो बहुत तलाशने के बाद भी नहीं मिली, तब यह आदेश दिया गया.
आशुतोष कुमार का मानना था कि दैवीय उपाय से बुक मिल जाएगी. इतना ही नहीं चावल को मंदिर में चढ़ाने की व्यवस्था भी की गई थी. सोशल मीडिया पर आदेश की खूब चर्चा हो रही है.
प्रशासन ने भेजा नोटिस
इस मामले के सामने आने के बाद लोक निर्माण विभाग के सीनियर ऑफिसल ने कुमार को नोटिस भेजा है. तीन दिन के अंदर अजीबोगरीब आदेश देने के मामले में जवाब पेश करने को कहा है. साथ ही उनके खिलाफ जवाब न देने पर कर्मचारी आचरण नियमावली 2022 के तहत कार्रवाई की जाएगी.
सोशल मीडिया पर आदेश की काफी चर्चा हो रही है. यूजर्स बोल रहे हैं कि किसी सरकारी कार्यालय से किसी कर्मचारी या अधिकारी का कोई जरूरी सामान खो जाना मानवीय गलती है. इसमें आस्था के साथ क्यों खिलवाड़ किया जा रहा है. सरकारी दफ्तर में अंधविश्वास फैलाने पर निंदा की है.