'सबूत दो तो संन्यास लूंगा...', अंकिता भंडारी केस में नाम उछाले जाने पर भड़के BJP के दुष्यंत गौतम; कानूनी कार्रवाई की दी चेतावनी
अंकिता भंडारी हत्याकांड में नाम उछाले जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तराखंड मामलों के प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने शुक्रवार को साफ शब्दों में कहा कि उनके चरित्र का हनन करने वालों के खिलाफ वह न केवल कानूनी कार्रवाई करेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर उनके खिलाफ सबूत मिलते हैं तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे.;
Ankita Bhandari Case: अंकिता भंडारी हत्याकांड में नाम उछाले जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तराखंड मामलों के प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने शुक्रवार को साफ शब्दों में कहा कि उनके चरित्र का हनन करने वालों के खिलाफ वह न केवल कानूनी कार्रवाई करेंगे, बल्कि मानहानि का मुकदमा भी दायर करेंगे.
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इस पूरे विवाद के बीच भाजपा से निष्कासित हरिद्वार जिले के ज्वालापुर से पूर्व विधायक सुरेश राठौर का बयान भी सामने आया है, जिसने सियासी हलचल और तेज कर दी है. राठौर ने दावा किया है कि खुद को उनकी पत्नी बताने वाली महिला उर्मिला सनावर को उन्होंने कथित तौर पर 50 लाख रुपये दिए, क्योंकि वह उन्हें ‘ब्लैकमेल’ कर रही थी.
वायरल वीडियो और ऑडियो से शुरू हुआ विवाद
यह मामला उर्मिला सनावर के हाल ही में वायरल हुए वीडियो और सुरेश राठौर से उनकी कथित बातचीत के ऑडियो के बाद तूल पकड़ गया. वीडियो में सनावर ने आरोप लगाया कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में ‘गट्टू’ नाम का एक कथित ‘वीआईपी’ शामिल है. इसके बाद सामने आए एक अन्य वीडियो में सनावर ने ‘गट्टू’ की पहचान भी उजागर कर दी, जिससे दुष्यंत कुमार गौतम आहत बताए जा रहे हैं.
प्रदेश भाजपा की ओर से जारी एक वीडियो संदेश में दुष्यंत गौतम ने कहा कि वह पिछले 47 सालों से राजनीतिक और सामाजिक जीवन में सक्रिय हैं और इस दौरान कभी उनके चरित्र को लेकर ऐसी कोई बात सामने नहीं आई. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ असामाजिक तत्व उनकी छवि को जानबूझकर खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.
'तथ्यों की होनी चाहिए जांच'
भाजपा महासचिव ने मीडिया और सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो पर सवाल उठाते हुए कहा “मीडिया और सोशल मीडिया में लगातार ये वीडियो दिखाए जा रहे हैं, ये कहां से शुरू हुए हैं, उसकी जांच होनी चाहिए, उस व्यक्ति से तथ्य लेने चाहिए. उस तथ्य की प्रमाणिकता देखनी चाहिए.”
गृह सचिव को लिखा पत्र
दुष्यंत गौतम ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर उन्होंने प्रदेश के गृह सचिव को भी पत्र लिखा है. उन्होंने कहा, “जो भी लोग भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं. उन्हें आगाह करना चाहता हूं कि इस सबकी जांच की जाएगी. मूल रूप से जिस भी व्यक्ति ने यह षडयंत्र रचा है, उसके खिलाफ मैं कानूनी कार्रवाई करूंगा और मानहानि का मुकदमा भी करूंगा.” गौतम ने लोगों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनके खिलाफ एक भी गलत काम का ठोस सबूत सामने आता है, तो वह अपने राजनीतिक और सामाजिक जीवन से संन्यास ले लेंगे.