उत्तराखंड में फैली रहस्यमयी बीमारी, अब तक 6 लोगों की गई जान, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

उत्तराखंड के धौलादेवी ब्लॉक और आसपास के इलाकों में एक रहस्यमयी बीमारी ने लोगों में भय और चिंता फैला दी है. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीमारी के चलते अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई और मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं.;

( Image Source:  Canva )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 10 Oct 2025 4:07 PM IST

अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लाक में बीते कुछ हफ्तों से रहस्यमय बुखार ने सबको परेशान कर रखा है. एक पखवाड़े में यहां अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है. लगातार बढ़ते मामलों ने स्थानीय लोगों से लेकर प्रशासन तक को चिंतित कर दिया है.

गांव के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है. ज्यादातर मरीज वायरल फीवर के लक्षणों के साथ आ रहे हैं, जिनमें प्लेटलेट्स तेजी से गिर रहे हैं. अब स्वास्थ्य विभाग ने टीम को जांच करने के आदेश दिए हैं, ताकि बीमारी के बारे में पता चल सके. 

नाराजगी और आरोप

गांव के लोगों और जनप्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि विभाग की ओर से समय रहते कदम नहीं उठाए गए, जिससे स्थिति बिगड़ती चली गई. कई परिवारों ने बताया कि अस्पताल पहुंचने पर किसी तरह की विशेष जांच या त्वरित इलाज की व्यवस्था नहीं थी. इस वजह से इलाके में आक्रोश का माहौल है.

शासन ने लिया संज्ञान

मामले की गंभीरता को देखते हुए शासन ने अब इस पर सख्त रुख अपनाया है. सचिव स्वास्थ्य डा. आर. राजेश कुमार ने अल्मोड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को निर्देश दिया है कि प्रभावित क्षेत्र में तुरंत स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजी जाए. टीम को मौके पर इलाज शुरू करने और मरीजों के सैंपल लेकर लैब जांच के लिए भेजने के आदेश दिए गए हैं.

रुड़की में भी तीन मौतें, जांच के आदेश

वहीं हरिद्वार जिले के रुड़की क्षेत्र में भी तीन लोगों की मौत बुखार से होने की बात सामने आई है. इस पर सचिव स्वास्थ्य ने सीएमओ हरिद्वार को तत्काल जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. विभाग अब दोनों जिलों में बुखार के कारणों का पता लगाने के लिए सैंपल एकत्र कर रहा है ताकि बीमारी के फैलाव को जल्द से जल्द रोका जा सके.

स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

त्वरित कार्रवाई के बाद अब स्वास्थ्य टीमें अल्मोड़ा के धौलादेवी ब्लाक में डेरा डाल चुकी हैं. घर-घर जाकर लोगों की जांच की जा रही है और अस्वस्थ लोगों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है. शासन का कहना है कि किसी भी स्थिति में और मौतें न हों, इसके लिए हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. रहस्यमय बुखार के कारणों का पता लगाने में विभाग की पूरी ताकत झोंक दी गई है.

Similar News