महाकुंभ में संगम से 1 किमी दूर मची भगदड़, जानें अब तक के अपडेट
महाकुंभ में भगदड़ के कारण कई श्रद्धालु घायल हुए. इस पर अखाड़ा परिषद के महाराज ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह कहीं भी गंगा में डुबकी लगा सकते हैं. यह जरूरी नहीं कि वह केवल प्रयागराज में ही स्नान करें.;
विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम कहे जाने वाले महाकुंभ का आयोजन 12 वर्षों के बाद हो रहा है और इसकी शुरुआत 13 जनवरी को प्रयागराज में हुई. यह 26 फरवरी तक चलेगा. संगम को हिंदुओं द्वारा सबसे पवित्र माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ के दौरान और विशेषकर मौनी अमावस्या जैसी विशेष स्नान तिथियों पर इसमें डुबकी लगाने से लोगों के पाप धुल जाते हैं और उन्हें मोक्ष मिलता है.
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान आज सुबह संगम के पास भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिससे कई लोगों की मौत की आशंका है. चलिए जानते हैं अब-तक क्या हुआ?
- पुलिस प्रशासन ने बैरिकेड्स हटा दिए हैं. अब इससे माहौल शांत हो गया है. अब प्रशासन ने स्थिती को कंट्रोल कर लिया है.
- इस भगदड़ के बाद बॉम्ब डिटेक्शन और डिस्पोजल स्कैव्ड और स्नीफर कुत्तों के साथ इलाके की जांच में जुटी है.
- महाकुंभ का महापर्व 6 हफ्ते तक होता है. जहां कुंभ के सबसे महत्वपूर्ण दिन मौनी अमावस्या की सुबह संगम घाट पर भगदड़ मच गई. इसके कारण कई लोगों की मारे जाने और 30 से ज्यादा श्रद्धालुओं के घायल होने की आशंका है.
- योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और कुछ श्रद्धालुओं को गंभीर चोटें आई हैं. आदित्यनाथ ने कहा कि आज सुबह अमृत स्नान के लिए लगभग आठ से दस करोड़ लोग मौके पर मौजूद थे और उन्होंने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया.
- उत्तर प्रदेश के तंबू नगरी में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे. जहां संगम स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर लगाए गए बैरिकेड्स लगाए गए थे. ज्यादा भीड़ के कारण यह टूट गए, जिसके चलते कुछ महिलाएं बेहोश हो गईं.
- इस भगदड़ में शामिल एक श्रद्धालु ने इस हादसे से जुड़ा अनुभव बताया. उन्होंने कहा कि 'अचानक भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी और हम फंस गए. हममें से कई लोग गिर गए और भीड़ अनियंत्रित हो गई.' इस अफरा तफरी में एक महिला का बच्चा घायल हो गया. महिला ने दावा किया कि उनके पास जाने के लिए कोई जगह नहीं थी.
- इस घटना के कारण अखाड़ों ने मौनी अमावस्या के लिए अपने पारंपरिक अमृत स्नान और पवित्र डुबकी को रद्द कर दिया. हालांकि, लाखों तीर्थयात्री संगम और मेला क्षेत्र के अन्य घाटों पर डुबकी लगाते रहे.
- इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात स्थिती की भयावता के बारे में पूछा. साथ ही, तुरंत स्थिती को कंट्रोल करने का आदेश दिया.
- इस भगदड़ के बाद स्पेशल ट्रेनें रोक दी गई हैं. इसके अलावा, लखनऊ-प्रयागराज नेशनल हाईवे भी बंद कर दिया गया है, ताकि भीड़ को काबू किया जा सके.
नोट : अफवाहों पर ध्यान न दें. अब कुंभ में हालात पूरी तरह सामान्य हैं. इसलिए न तो अफवाहों पर ध्यान दें और न ही अफवाह फैलाएं.