बेटी की शादी, परिवार का पालन... कहां जाएं? अयोध्या रामपथ पर मांस-शराब की दुकानों पर एक्शन से घबराएं व्यापारियों का दर्द

अयोध्या में राम मंदिर की ओर जाने वाला 13 किलोमीटर लंबा राम पथ सआदतगंज से शुरू होकर अयोध्या में लता मंगेशकर चौक तक जाता है. यहां नगर निगम ने प्रस्ताव पारित किया है कि इस पथ पर मांस और शराब की बिक्री अब नहीं होगी... इसके बाद से दुकानदारों और व्यापारियों के बीच भविष्य को लेकर चिंताएं शुरू हो गई है.;

Edited By :  सचिन सिंह
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अयोध्या के रामपथ पर मांस और शराब की दुकानों को बंद करने का प्रस्ताव जारी हुआ. गुरुवार को अयोध्या नगर निगम की कार्यकारी समिति ने राम पथ के धार्मिक महत्व का हवाला देते हुए, उस पर शराब और मांस की दुकानों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पारित किया.

ये अयोध्या के सआदतगंज से शुरू होकर लता मंगेशकर चौक तक जाने वाला 13 किलोमीटर लंबा राम पथ है. यहां करीबन मांस की दुकानें और 13 शराब की दुकानें अयोध्या नगर निगम के एक प्रस्ताव के बाद बंद करने जा रही हैं. इससे शहर के व्यापार संघ ने मांग की है कि पहले प्रभावित दुकानदारों को वैकल्पिक जगह उपलब्ध कराया जाए.

मांस-शराब की दुकानों पर बैन

अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि प्रस्ताव को सभी समिति सदस्यों के समर्थन से सर्वसम्मति से पारित किया गया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि मंदिर के आसपास के क्षेत्र में सिगरेट, बीड़ी, गुटका और इनरवियर के विज्ञापन भी प्रतिबंधित होंगे.

उन्होंने कहा कि राम पथ पर शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव को औपचारिक रूप से अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट को सूचित कर दिया गया है, जो इसके कार्यान्वयन पर निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा कि मांस की दुकानों पर प्रतिबंध के बारे में संबंधित विभाग को आवश्यक कार्रवाई के लिए पत्र भेजा जाएगा.

व्यापिरियों के बीच भविष्य को लेकर चिंताएं

Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक, अयोध्या व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुशील जायसवाल ने कहा कि जिला प्रशासन को नगर निगम के प्रस्ताव को लागू करने से पहले मांस और शराब की दुकान मालिकों के लिए व्यवस्था करनी चाहिए.

सुशील जायसवाल ने कहा, 'एक क्षेत्र की पहचान की जानी चाहिए, जहां मांस की दुकान के मालिक राम पथ से अपना व्यवसाय को दूसरे जगह ले जा सकें. शराब की दुकान के मालिकों के लिए राज्य सरकार को उनके स्थानांतरण पर निर्णय लेना चाहिए.' हालांकि, इस निर्णय से प्रभावित दुकानदार चिंतित हो गए हैं. ये उनके रोजी-रोटी का सवाल है.

प्रभावित मीट शॉप मालिकों में से एक मोहम्मद अकीब ने कहा, 'जब से हमने इस प्रस्ताव के बारे में सुना है, हम अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं. मेरा पूरा परिवार इस दुकान पर निर्भर है. रोजमर्रा के खर्चों के साथ-साथ हमें अपनी दो बहनों की शादी के लिए भी पैसे का इंतजाम करना है.'

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