सरकारी शिक्षा पर सवाल उठाने वालों को तमाचा! मिसाल बना मिर्जापुर का ये स्कूल, 25 में से 12 छात्रों ने क्लियर किया NEET
अक्सर लोग सरकारी स्कूल की शिक्षा पर सवाल उठाते हैं, लेकिन अब लोगों के मुंह पर तमाचा पड़ गया है, क्योंकि उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के एक स्कूल के 25 में से 12 छात्रों ने सबसे कठिन परीक्षा NEET पास की है.;
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के मड़िहान क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल के बच्चों ने मिसाल पेश की है. यहां समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सर्वोदय विद्यालय मड़िहान की 12 छात्राओं ने देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक NEET (UG) में सफलता हासिल कर दिखा दिया.
यह सफलता सिर्फ एक परीक्षा पास करना नहीं, बल्कि वंचित वर्ग की बेटियों की उम्मीदों को पंख लगाना है. ये बेटियां अब न केवल अपने परिवारों का सपना पूरा करेंगी, बल्कि समाज के सामने यह संदेश भी देंगी कि अवसर और मार्गदर्शन मिले तो कोई भी पीछे नहीं रह सकता है.
समाज कल्याण विभाग की मुहिम
इन बच्चियों की सफलता किसी संयोग का परिणाम नहीं, बल्कि समाज कल्याण विभाग की दूरदर्शी योजना का फल है. विभाग ने मड़िहान के सर्वोदय विद्यालय को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया है, जहां छात्रों को जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की फ्री में कोचिंग दी जाती है. इस पहल में एक्स नवोदयन फाउंडेशन, वाराणसी और टाटा एआईजी ने महत्वपूर्ण सहयोग दिया है.
12 छात्रों ने पास की नीट परीक्षा
यहां पढ़ने वाली 39 छात्राओं में से 26 ने NEET के लिए रजिस्ट्रेशन कराया और 25 ने परीक्षा में भाग लिया. उनमें से 12 छात्राओं ने सफलता का परचम लहराया. इनमें श्वेता पाल, कुमारी पूजा रंजन, प्रिंसी, कोमल कुमारी, लक्ष्मी, अनुराधा, सभ्य प्रजापति, दिप्ति, पूजा सोनकर और अन्य शामिल है. ये सभी छात्राएं SC, ST और अति पिछड़ा वर्ग से आती हैं, जिनकी मेहनत और प्रतिबद्धता ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया.
प्रदेश में हैं 100 सर्वोदय विद्यालय
समाज कल्याण विभाग प्रदेश में 100 सर्वोदय विद्यालय चला रहा है. जहां कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों को आवासीय और अच्छी शिक्षा के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की मुफ्त तैयारी करवाई जा रही है. यह उन बच्चों के लिए सुनहरा मौका है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं लेकिन प्रतिभा से भरपूर हैं.
राज्यमंत्री और निदेशक ने दी शुभकामनाएं
इस शानदार उपलब्धि पर समाज कल्याण राज्य मंत्री ने सभी सफल छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं. वहीं, समाज कल्याण विभाग के निदेशक कुमार प्रशांत ने इस सफलता को एक नई दिशा और उम्मीद बताया, जो आने वाली पीढ़ियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी.