गोविंदनगर बना दर्दनगर! मथुरा में एक-साथ ढहे 6 मकान, 3 लोगों की हुई मौत और मलबे में दबे कई लोग

मथुरा में अचानक एक साथ 6 मकान गिर गए, जिसके कारण 3 लोगों की मौत हो गई. हालांकि, अभी तक मकानों के ढहने की सटीक वजह सामने नहीं आई है. यह क्षेत्र कच्ची सड़कों और पुराने निर्माण के लिए जाना जाता है, लेकिन प्रशासन जांच कर रहा है कि कहीं निर्माण में लापरवाही या जमीन की अस्थिरता तो इसकी वजह नहीं.;

( Image Source:  AI SORA )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 3 Dec 2025 4:18 PM IST

रविवार की सुबह मथुरा के गोविंदनगर इलाके में कुछ लोग अपने रोज़मर्रा के काम में व्यस्त थे. किसी को अंदाज़ा नहीं था कि कुछ ही पलों में उनका संसार बिखरने वाला है. अचानक ज़ोरदार आवाज़ आई. 6 मकान भरभरा कर ज़मीन में समा गए. धूल का गुबार, चीख-पुकार और भगदड़.

लोगों को समझ ही नहीं आया कि आखिर हुआ क्या. गोविंदनगर की एक कच्ची सड़क पर स्थित इन मकानों का एक हिस्सा अचानक ढह गया. देखते ही देखते आसपास के मकान भी धराशायी हो गए. अनुमान है कि करीब एक दर्जन लोग मलबे में दब गए.

कारणों की कर रहे जांच

सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस और दमकल विभाग की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं. राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया, लेकिन मलबे का ढेर इतना भारी था कि हर मिनट एक नई चुनौती बनकर सामने आ रहा था. इस मामले में सीओ भूषण वर्मा ने कहा कि ' हमें मकान गिरने की सूचना मिली. मलबा हटाया जा रहा है. नगर निगम की टीम मौके पर है. अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि अंदर कितने लोग फंसे हैं. हम कारणों की जांच कर रहे हैं.'

डीएम ने लिया हालात का जायज़ा

इस मामले में डीएम ने कहा कि ' यह बेहद दुखद घटना है. मुख्यमंत्री ने इस पर संज्ञान लिया है. घायलों का इलाज कराया जा रहा है और मृतकों के लिए मुआवजा घोषित किया जाएगा.' वहीं, सीएमओ डॉ. संजीव यादव ने बताया कि 'मलबे से अब तक तीन लोगों को निकाला गया है. इनमें तोताराम और दो बच्चे काजल और यशोदा शामिल है.  तीनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मौके पर 7-8 एंबुलेंस और मेडिकल टीमें मौजूद हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है ताकि और लोगों की जान बचाई जा सके.'

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